Moradabad में खांसी के सीरप की हो रही ब्लैक मार्केटिंग, 45 रुपये वाली शीशी 250 में मिल रही
Medical Store Raided मुरादाबाद शहर में नशे के रूप में इस्तेमाल किए जा रहे कफ सीरप महंगे दाम पर बेचे जा रहे हैं। मंगलवार को ड्रग विभाग की टीम ने बरवालान में जहाज वाली बिल्डिंग के पास मेडिकल स्टोर पर छापा मारा।
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। Medical Store Raided : मुरादाबाद शहर में नशे के रूप में इस्तेमाल किए जा रहे कफ सीरप महंगे दाम पर बेचे जा रहे हैं। मंगलवार को ड्रग विभाग की टीम ने बरवालान में जहाज वाली बिल्डिंग के पास मेडिकल स्टोर पर छापा मारा।
मेडिकल स्टोर संचालक नहीं दिखा पाए बिल
एक दुकानदार क्रय-विक्रय के बिल नहीं दिखा पाया। दूसरे की दुकान में फ्रिज नहीं मिला। ढाई सौ से अधिक सीरप मिठाई की दुकान में रखे हुए मिले। मेडिकल स्टोर संचालक ने मिठाई की दुकान में सारा स्टाक रखा था। इनका बिल भी नहीं दिखा पाया। दोनों को नोटिस भेजे जाएंगे।
कफ सीरप बने नशे का जरिया
खांसी में इस्तेमाल होने वाले सीरप नशे का जरिया बनते जा रहे हैं। 45 रुपये वाला सीरप रीटेल मेडिकल स्टोर पर ढाई सौ रुपये तक का बेचा जा रहा है। इसको लेकर औषधि विभाग को भी सूचनाएं मिल रहीं थीं। जागरण ने भी ऐसे मेडिकल स्टोरों के खिलाफ खबरें प्रकाशित की थीं।
मिठाई की दुकान में छुपाकर रखे थे सीरप
इसके बाद से लगातार मेडिकल स्टोर पर छापामार कार्रवाई हो रही है। मंगलवार को औषधि निरीक्षक मुकेश जैन एवं उर्मिला वर्मा ने जामा मस्जिद रोड बरवालान जहाज वाली बिल्डिंग के पास उंजा मेडिकल स्टोर पर छापा मारा। दुकान में तो कोई खास सामान नहीं मिला लेकिन, बराबर में मिठाई की दुकान में ढाई सौ सीरप की शीशी रखी हुई मिलीं।
अब मेडिकल स्टोर वालों को भेजा जाएगा नोटिस
टीम ने क्रय-विक्रय बिल मांगे तो वह दिखा नहीं पाए। टीम ने सभी सीरप को सील करने के साथ ही अपने कब्जे में ले लिया। इन्हें नियमों का उल्लंघन करने पर नोटिस दिया जाएगा। वहीं, खुशहालपुर रोड स्थित आदित्य सर्जिकल पर भी छापा मारा गया। यहां भी कुछ केमिस्ट कुछ दवाओं के बिल नहीं दिखा पाए। इनके यहां से तीन दवाओं के नमूने लिए गए। इसके साथ ही इन्हें भी नोटिस दिया जाएगा।
क्या कहते हैं अधिकारी
औषधि निरीक्षक मुकेश जैन ने बताया कि खांसी के सीरप महंगे दाम और नशीली दवा बेचने की सूचना पर छापामार कार्रवाई की गई थी। एक स्टोर पर सीरप मिले हैं। इसके साथ ही रख-रखाव ठीक नहीं मिला और क्रय-विक्रय के पत्र भी नहीं मिले। दोनों स्टोर संचालकों को नोटिस भेजे जाएंगे।
मरीजों को नहीं नशेड़ी को ही दे रहे सीरप
घनी आबादी के मेडिकल स्टोर पर खांसी के सीरप आम मरीज को नहीं दिए जा रहे हैं। बल्कि अगर कोई नशेड़ी पहुंच जाए तो उसे ढाई सौ रुपये में एक सीरप दिया जा रहा है। आम व्यक्ति सीरप की डिमांड करता है तो उसे मना कर दिया जाता है। ग्राहक तो प्रिंट रेट पर ही सीरप लेगा। लेकिन, नशेड़ी प्रिंट रेट पर नहीं बल्कि दुकानदार के बताए रुपये दे रहे हैं। इससे उन्हें तीन गुना का फायदा है।
गाजियाबा, आगरा से बिना बिल के आते हैं सीरप
कंपनियों के सीरप को नशे के लिए प्रयोग करने वालों की बिक्री के लिए अवैध रूप से गाजियाबाद, आगरा आदि शहरों से मंगाए जाते हैं। पूर्व में रोडवेज बसों से इस प्रकार की दवाओं को मंगाने के मामले पकड़ में आ चुके हैं।
दिमाग सुन्न करने के साथ सीरप बढ़ाते हैं दिल की धड़कन
फिजिशियन डा. सौभाग्य मिश्रा बताते हैं कि सूखी खांसी के सीरप में कोडिन मिला हुआ आता है। उसका काम यह है कि कुछ समय के लिए वह खांसी की जरूरत को कम कर देता है। लेकिन, अधिक मात्रा में लेने पर इसका असर पूरे शरीर पर पड़ता है। लगातार इस सीरप का सेवन करने वाले पर फालिज का असर, मुंह में टेढ़ापन होने के साथ ही दिल की धड़कन बढ़ जाएगी।