खुद बनेंगे जिम्मेदार तभी होगी कोरोना की हार
अनलॉक-1 में छूट मिलने के साथ ही लोग अपने-अपने काम पर वापस जा रहे हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। अनलॉक-1 में छूट मिलने के साथ ही लोग अपने-अपने काम पर वापस जा रहे हैं। बाजारों में भीड़ नजर आने लगी है। इस दौरान लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन हो रहा है और हर दिन कोरोना संक्रमण के केस भी मिल रहे हैं, जो प्रशासन के चिंता का विषय है। जिला प्रशासन के साथ ही पुलिस के लिए भी चुनौती बढ़ गई है। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह से दैनिक जागरण ने अनलॉक-1 की चुनौती और उसके समाधान के मुद्दे पर चर्चा की। पेश हैं चुनिंदा सवालों के जवाब: सवाल : अनलॉक-1 की चुनौती को किस प्रकार से लेते हैं?
उत्तर : मुरादाबाद जब तक ग्रीन जोन में नहीं आता तब तक सख्ती भी साथ चलेगी। लेकिन, बाजार और उद्योग खुलने ही हैं, उन्हें एक सीमा तक ही बंद किया जा सकता है। जिंदगी को रफ्तार भी इसी से मिलेगी। इसलिए लोगों की जिम्मेदारी और अधिक बढ़ गई है। बिना मास्क पहने घर से बाहर न निकलें, शारीरिक दूरी बनाएं रखें। थोड़ी-थोड़ी देर पर हाथ धोते रहें। सवाल : बाजार में उमड़ी भीड़ शारीरिक दूरी का उल्लंघन कर रही है, इसकी रोकथाम के क्या कदम उठाएंगे?
जवाब : हर बात पर डंडा नहीं चलाया जा सकता, इसलिए लोगों को आत्मअनुशासन में रहना होगा। खुद शारीरिक दूरी का पालन करें। अगर कोई इसका उल्लंघन करता है तो उसे भी समझाएं। बच्चों को इसके लिए टोकते रहें। सवाल: सड़कों और बाजारों में भीड़ कम हो इसके लिए क्या किया जा रहा है?
जवाब : बाहर निकलना भी जरूरी है। ऐसे में कार्यस्थल पर सभी लॉकडाउन के नियमों का पालन करें। बिना काम के घर से बाहर न निकलें। अब हर क्षेत्र के लिए नंबर भी उपलब्ध करा दिए गए हैं, जो होम डिलिवरी करेंगे, इसका लाभ उठाएं और बेहद जरूरी होने पर ही बाहर निकलें। सवाल : प्रशासन की ओर से लोगों की मदद के इंतजाम अब भी जारी हैं?
जवाब : शासन की ओर से लोगों की मदद के लिए सहायता राशि उनके खातों में समय से पहुंचाई जा रही है। महीने में दो बार राशन वितरण हो रहा है। जितनी भी पेंशन हैं, वह भी खातों में पहुंच रही है। अब प्रशासन की ओर से केवल हॉटस्पाट में उन्हीं लोगों तक खाद्य सामग्री पहुंचाई जा रही है, जिनके कंट्रोल रूम में फोन आते हैं।