CM Yogi Adityanath सड़क दुघर्टनाओं को लेकर गंंभीर, शासने ने बताए हादसों के पांच बड़े कारण
CM Yogi Adityanath Serious about Road Accidents मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विभिन्न कारणों से होने वाली सड़क दुघर्टनाओं को लेकर गंभीर हैं। इसको लेकर वह प्रदेश के कई विभागों से बुधवार को वीडियो कांफ्रेंस करके चर्चा करेंगे।दुघर्टनाओं के मुख्य कारण क्या हैं
मुरादाबाद, जेएनएन। CM Yogi Adityanath Serious about Road Accidents : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विभिन्न कारणों से होने वाली सड़क दुघर्टनाओं को लेकर गंभीर हैं। इसको लेकर वह प्रदेश के कई विभागों से बुधवार को वीडियो कांफ्रेंस करके चर्चा करेंगे। दुघर्टनाओं के मुख्य कारण क्या हैं, इसके बिंदु भी शासन स्तर से जारी कर दिए गए हैं। इसमें सड़क किनारे अवैध रूप से खुले ढाबे, सड़क पर खुलेआम घूमते पशु, वाहनों की फिटनेस और सड़क पर अंधे मोड़ व अन्य दुघर्टना वाले ब्लैक स्पाट पर विशेष रूप से चर्चा करेंगे। वीडियो कांफ्रेंस से पहले नगर निगम ने तैयारी शुरू कर दी है।
सड़क पर अवैध ढाबे हटाने के लिए चिह्नित करने और बेसहारा पशुओं को पकड़ने समेत महानगर के अंदर चौराहों पर जेबरा क्रासिंग बनाना शुरू कर दिया है। बेसहारा पशुओं से टकराकर भी घटनाएं हो चुकी हैं। बैठक में सभी मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, एसएसपी, आरटीओ, नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत, लोक निर्माण, स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा, उच्च शिक्षा, बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा के अधिकारी वीडियो कांफ्रेंस से जुड़ेंगे। अपर नगर आयुक्त अनिल कुमार सिंह ने बताया कि बुधवार को शाम छह बजे मुख्यमंत्री वीडियो कांफ्रेंसिंग करेंगे। इसमें दुघर्टनाओं के मुख्य कारणों संबंधी दिशा निर्देश देंगे।
सड़क हादसों के मुख्य कारण
- सड़क किनारे अवैध रूप से खुले ढाबे
- सड़क पर खुलेआम घूमते पशु
- वाहनों की फिटनेस
- सड़क पर अंधे मोड़
- ब्लैक स्पाट
जल का मोल समझेंः जल का समझो मोल भीषण गर्मी में महानगर के कई क्षेत्रों में जल संकट खड़ा हो गया है, वहीं कुछ क्षेत्रों में उसकी कीमत भी नहीं समझी जा रही है। कहीं पानी की पाइप लाइन टूटी है तो कहीं टंकी। किसी को पानी के बर्बाद होने की फिक्र नहीं। रामगंगा विहार में पेजयल लाइन टूट के बाद बीच सड़क पर फव्वारा बन गया। जल निगम को सूचना दी गई, पर घंटों तक किसी कर्मचारी के ठीक करने के लिए पहुंचना तो दूर आपूर्ति बंद करना भी जरूरी नहीं समझा। अगर आपूर्ति बंद कर देते तो हजारों लीटर पेयजल तो बच जाता। वहीं, लालबाग में घर में पेयजल पहुुंचाने वाला पाइट टूट गया, पर मकान मालिक को चिंता नहीं हुई कि उसे बंद कर दे। जब घर में पानी नहीं आता या गंदा पहुंचता तो सभी चिल्लाने लगते हैं, पर अपनी जिम्मेदारी कोई नहीं निभाता।