कोरोना संक्रमण के बीच शहर की सफाई को लगा झटका
कोरोना संक्रमण के खिलाफ चल रही लड़ाई में शहर की सफाई व्यवस्था को बड़ा झटका लगा है।
मुरादाबाद : कोरोना संक्रमण के खिलाफ चल रही लड़ाई में शहर की सफाई व्यवस्था को बड़ा झटका लगा है। कॉलोनियों में रुटीन सफाई भी नहीं हो पा रही है। नियमित कूड़े का निस्तारण भी नहीं हो पा रहा है। डलाव घर, मोहल्लों के डस्टबिन और सड़क की पटरियां इस बात की गवाह हैं। नगर निगम सैनिटाइजेशन और अन्य प्रभावी अभियानों में जुटा हुआ है। इस बीच सफाई कर्मियों ने वेतन के मुद्दे पर भी निगम प्रशासन को निशाने पर लिया है।
ईद के मद्देनजर नगर निगम सफाई को लेकर अलर्ट हुआ है। उधर, नगर निगम के सफाई कर्मियों ने वेतन भुगतान के मुद्दे पर अफसरों को चेतावनी दे डाली है। इस बीच शहर से कूड़ा निस्तारण को लेकर जिम्मेदारों की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं। विभाग के रिकार्ड बताते हैं कि शहर में आठ इंस्पेक्टर हैं जो नियमित सफाई अभियान की निगरानी करते हैं। जबकि सैनिटाइजेशन अभियान में 40 से 50 कर्मचारी लगे हैं। नगर निगम के सफाई गोदाम में तकरीबन सवा दो सौ कर्मचारी तैनात हैं। अफसरों की कोठी पर कर्मचारियों की तैनाती और हॉटस्पॉट इलाकों में बढ़ी गंदगी ने जनसामान्य को मुश्किल में डाल दिया है।
उधर, निगम प्रबंधन ने नालों की सफाई का अभियान भी शुरू कर दिया है। शहर की रुटीन सफाई को लेकर निगम की सतर्कता पर सवाल उठने लगे हैं। मुख्य सफाई निरीक्षक दिलशाद अहमद कहते हैं कि यह सही है कि कुछ मोहल्लों में कूड़े के ढेर दिख जाएंगे, लेकिन नगर निगम की गंभीरता को लेकर कोई आरोप बेमानी हैं। डलाव घर से ट्रंचिग ग्राउंड तक कूड़े के पहुंचने में कोई कठिनाई नहीं है। ऐसे में अगर मुहल्लों और गलियों में कूड़ा एकत्रित होने की बात है तो उसे देखा जाएगा। ईद के मद्देनजर निगम में सफाई का खास एक्शन प्लान तैयार किया है। कोरोना के इस संक्रमण में सफाई को लेकर निगम मुस्तैदी से काम कर रहा है। सफाई हमारी प्राथमिकता है।