मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंचा जौहर यूनिवर्सिटी पर सेस घटाने का मामला
जौहर यूनिवर्सिटी में भवनों की कुल निर्माण लागत दो हजार करोड़ रुपये आंकी गई थी। संपूर्ण लागत का एक फीसद सेस 20 करोड़ रुपये जमा करने के आदेश जौहर यूनिवर्सिटी को दिए गए।
रामपुर। जौहर यूनिवर्सिटी पर लगे सेस को घटाने की शिकायत अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंच गई है। भाजपा लघु उद्योग प्रकोष्ठ के पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयोजक आकाश सक्सेना ने मुख्यमंत्री से मिलकर इस मामले में शिकायत की। मुख्यमंत्री ने उन्हें जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
आकाश ने बताया कि यूनिवर्सिटी में बड़े-बड़े भवनों का निर्माण वर्ष 2015 तक करवाया गया था, जिसका सेस जमा नहीं किया गया। सेस जमा न करने की शिकायत उन्होंने शासन और संबंधित विभाग के अधिकारियों से की थी। इस पर 23 जनवरी 2015 को सपा सरकार में उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण उपकर अधिनियम के तहत जौहर यूनिवर्सिटी में भवनों की कुल निर्माण लागत दो हजार करोड़ रुपये आंकी गई थी। संपूर्ण लागत का एक फीसद सेस 20 करोड़ रुपये जमा करने के आदेश जौहर यूनिवर्सिटी को दिए गए। यूनिवर्सिटी ने यह सेस जमा नहीं किया, जिसकी उन्होंने फिर शिकायत की। नियमानुसार यदि कोई सेस निर्धारित समय तक जमा नहीं करता है तो दंड स्वरूप एक फीसद अतिरिक्त कर लगाने का प्रावधान है। इसके बावजूद कुछ अधिकारियों ने पूर्व मंत्री के दबाव में आकर सेस की रकम को कम कर दिया। भाजपा नेता ने बताया कि इस मामले को मुख्यमंत्री ने गंभीरता से लिया है। प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा व प्रमुख सचिव श्रम को मामले से अवगत कराते हुए सात दिन के अन्दर आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
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