दिल्ली से मुरादाबाद की नदियों में कितना हुआ प्रदूषण जानने के लिए पहुंची केंद्रीय टीम
मुरादाबाद से होकर गुजरने वाली रामगंगा गागन नदी भी आगे जाकर गंगा में समाहित होती हैं। इसको लेकर ही प्रदेश भर के शहरों में प्रदूषण की जांच कराई जा रही है। दिल्ली से आई टीम की सूचना पाकर क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण कार्यालय से भी अफसर पहुंचे।
मुरादाबाद, जेएनएन। दिल्ली से नदियों के जल में प्रदूषण की जांच करने प्रदूषण नियंत्रण विभाग की टीम पहुंची। साल में चार बार नदियों का सैंपल लेने केंद्रीय टीम आती है। सोमवार को रामगंगा, गागन, ढेला, बहेल्ला समेत रामपुर की कोसी नदी से करीब आधा दर्जन स्थलों से पानी का सैंपल लिया गया। इलाहाबाद में माघ मेला लगता है। मुरादाबाद से होकर गुजरने वाली रामगंगा, गागन नदी भी आगे जाकर गंगा में समाहित होती हैं। इसको लेकर ही प्रदेश भर के शहरों में प्रदूषण की जांच कराई जा रही है। दिल्ली से आई टीम की सूचना पाकर क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण कार्यालय से भी अफसर पहुंचे। रामगंगा नदी के पानी का अगवानपुर, चट्टा पुल, कटघर, गागन नदी का दिल्ली रोड मझोला थाने के पास से सैंपल लिया गया। बहेल्ला नदी का रामपुर की तहसील टांडा, ढेला नदी के पानी का भोजपुर के पास से सैंपल लिया गया है। सैंपल लेकर टीम दिल्ली वापस लौट गई। केंद्रीय टीम साल में चार बार सैंपल लेने आती है।
प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्रियों को नोटिस
माघ मेले को लेकर ही क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने भी सक्रियता बढ़ा दी है। इसके चलते मंडल में बिजनौर, मुरादाबाद व रामपुर जिले समेत उत्तराखंड की एक दर्जन फैक्ट्रियों को केमिकल युक्त पानी नदियों में डालने पर नोटिस दिया गया है। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी विकास मिश्रा ने बताया कि दिल्ली से प्रदूषण नियंत्रण विभाग की टीम ने रामगंगा नदी, गागन नदी, ढेला, कोसी नदी के पानी के सैंपल लिए। सैंपल लेकर टीम दिल्ली लौट गई है। जिसकी जांच रिपोर्ट बाद में आएगी। नदियों में प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्रियों को भी नोटिस दिया गया है। अगर प्रदूषण नहीं रोका तो कार्रवाई की जाएगी।