CBSE Exam Decision : डिग्री कॉलेजों के प्राचार्य बाेले- मेरिट के आधार पर होंगे प्रवेश, कोरोना लहर में रिस्क लेने से अच्छा परीक्षा रद्द करना
CBSE Exam Decision बोर्ड से जितने अंक मिलेंगे उस आधार पर मेरिट बनेगी। यह कहना है डिग्री कालेजों के प्राचार्यों का। उनका कहना है कि कालेजों में प्रवेश की बात अभी दूर है। पहले 12वीं के छात्रों को पास करने का क्या फार्मूला निकाला जाएगा।
मुरादाबाद, जेएनएन। CBSE Exam Decision : बोर्ड से जितने अंक मिलेंगे, उस आधार पर मेरिट बनेगी। यह कहना है डिग्री कालेजों के प्राचार्यों का। उनका कहना है कि कालेजों में प्रवेश की बात अभी दूर है। पहले 12वीं के छात्रों को पास करने का क्या फार्मूला निकाला जाएगा। यह तय होना जरूरी है। डिग्री कालेजों में जुलाई से प्रवेश शुरू होते हैं, लेकिन अब की बार जैसे हालात हैं, उससे जुलाई में प्रवेश होना मुश्किल हैं। तकनीकी संस्थानों में भी प्रवेश की प्रक्रिया उनकी प्रतियोगी परीक्षाओं के आधार पर अपनाई जाएगी या कुछ राहत मिलेगी। इसको लेकर गाइड लाइन का इंतजार है।
सीबीएसई बोर्ड 12वींं का परिणाम घोषित जिस आधार पर भी करेगा, उसमें बच्चों के जो प्राप्तांक होंगे, उसी आधार पर मेरिट बनेगी। पहले 12वीं के छात्रों को प्रोन्नत करने की गाइड लाइन जरूरी है। डा.बीबी सिंह, प्राचार्य, हिन्दू कालेज
डिग्री कालेजों में प्रवेश 12वीं के अंकों के आधार पर होता है। बोर्ड की गाइड लाइन जो भी होगी, उसमें अंक तो मिलेगी ही। डिग्री कालेजों में भी उसी को बेस मानते हुए मेरिट निकाली जाएगी। डा.जीसी पांडे, प्राचार्य, केजीके कालेज
अभी तो गाइड लाइन इंतजार है। बोर्ड जो भी गाइड लाइन तैयार करके भेजेगा उसी अनुसार तैयारी की जाएगी। कोरोना की तीसरी लहर का खतरे और मौजूदा हालत में परीक्षाएं रद करने का फैसला उचित है। शशि शर्मा, प्रधानाचार्य, जीएनपीएस
18 से कम उम्र के बच्चे ही 12वीं में होते हैं और इनको अभी वैक्सीनेशन भी नहीं हुआ है। इसलिए जोखिम उठाने से अच्छा परीक्षाएं रद करने का फैसला ठीक है। अब जो गाइड लाइन आएगी उसका पालन करेंगे। मैथ्यू पी.एलनचेरिल, प्रधानाचार्य, पीएमएस
छात्रों में इस बात की मायूसी है कि उनकी तैयारी पूरी थी। लेकिन, जैसा माहौल है, उसमें परीक्षाएं कराना जोखिम से कम नहीं था। किसी के बीमार पड़ने पर इससे स्कूलाें पर भी सवाल खड़े होते। नीरज गुप्ता, प्रबंधक, नोसगे स्कूल
परीक्षाओं का रद करना समय और हालातों की मांग थी। सभी राज्यों का जायजा लेकर केंद्र सरकार ने परीक्षाएं रद करने का फैसला लिया है। अभिभावकों ने भी परीक्षाएं रद करने का अनुरोध किया था। हेमंत झा, प्रधानाचार्य, आर्यन इंटरनेशनल स्कूल
परीक्षा रद होने से बच्चों के लिए जोखिम बढ़ेगा। हो सकता है कि 12वीं के बाद जिस संस्थान में प्रवेश लेंगे, वह पहले स्वयं परीक्षाएं लेंगे तब प्रवेश देंगे। सितंबर तक परीक्षाएं कराई जा सकती थीं। फैसला थोड़ा जल्दी में लिया गया है। विवेक ठाकुर, मैनेजिंग डायरेक्टर, स्कोलर्स डेन