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अरहर की दाल, बर्फी, सूजी और सरसों का तेल जरा संभलकर खरीदें Moradabad news

खाने के मसाले दाल और मिठाई संभलकर खरीदें और खाएं। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की 31 नमूनों की जांच रिपोर्ट चौंकाने वाली है।

By Narendra KumarEdited By: Published: Tue, 03 Sep 2019 03:36 AM (IST)Updated: Tue, 03 Sep 2019 10:00 AM (IST)
अरहर की दाल, बर्फी, सूजी और सरसों का तेल जरा संभलकर खरीदें Moradabad news
अरहर की दाल, बर्फी, सूजी और सरसों का तेल जरा संभलकर खरीदें Moradabad news

मुरादाबाद : खाने के मसाले, दाल और मिठाई संभलकर खरीदें और खाएं। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की 31 नमूनों की जांच रिपोर्ट चौंकाने वाली है। अरहर की दाल, बर्फी, सूजी, मिर्च पाउडर, सरसों के तेल समेत कई नमूनों में खतरनाक केमिकल की पुष्टि हुई है। इसके खाने से आंत में फर्क आने के साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता कम और कैंसर जैसी बीमारी भी हो सकती है। 12 नमूने तो असुरक्षित निकले। 

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खाद्य सुरक्षा औषधि प्रशासन ने मुहम्मद राशिद निवासी अब्दुल्ला मुहल्ला बिलारी से अरहर की दाल, राहुल दिल्ली रोड मंगुपुरा से बर्फी, रवि सैनी निवासी पुतलीघर रोड मझोला से सूजी, संतो विश्वास से पिसी मिर्च, सगीर आलम निवासी सम्भल रोड करूला से मिर्च पाउडर, अबुल हसन निवासी सम्भली गेट से पीला रंग, सानिब पीपलसाना से सरसों का तेल, सगीर आलम निवासी सम्भल रोड करूला से सरसों का तेल, मुकेश कुमार निवासी अक्का डिलारी से नारियल बर्फी, मुकेश कुमार निवासी अगवानपुर से पिसी मिर्च, संजीव कुमार निवासी रफातपुर और आलोक नारायण निवासी स्टेशन रोड से पिसी मिर्च के नमूने लिए थे। 

इन सभी की जांच रिपोर्ट में आया है कि ये मिलावटी है। यह पदार्थ सेहत को नुकसान पहुंचाने वाले हैं। इनके खाने से गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। वहीं रवि कुमार निवासी डिलारी का रजिस्टे्रशन नहीं था। मुहम्मद वसीम निवासी बजरिया असालतपुरा द्वारा नियमों का उल्लंघन कर पीली मिर्च पाउडर बेचा जा रहा था। साबिर हुसैन निवासी बगला गांव से धनिया पाउडर, मदन सिंह सिंह बगला गांव से पनीर, मुहम्मद फारुक निवासी भोजपुर से मिश्रित दूध, शकील अहमद ठीकरी भोजपुर से रसगुल्ला, अंकुर सक्सेना निवासी रामगंगा विहार से पनीर, नीलकंठ स्वीट्स ढक्का मंडी समिति से बर्फी, पायस गुप्ता निवासी चौरासी घंटा से पिसी हल्दी, मुहम्मद शमशाद निवासी असालतपुरा से चाट मसाला, अजीत रस्तोगी निवासी न्यू खुशहालपुर से बेसन, इरफान निवासी ख्वाजा नगर से पनीर, जब्बार स्वीट्स इंद्रा चौक से बर्फी, मुहम्मद रफी निवासी कोहिनूर तिराहा से मिश्रित दूध, प्रवेश निवासी रामगंगा विहार से बेसन का लड्डू, शकील निवासी ठिकरी से छेना रसगुल्ला का नमूना लिया गया। इनमें मिलावट मिली है। सचिन तिवारी निवासी खुशहालपुर से प्रोपराइट्री फूड और राकेश विश्नोई मधुबनी कांठ रोड से सोडा पाउडर मिथ्याछाप मिला है। इसमें भूसा मिलाया गया था। रोहताश कश्यप भदौरा कटघर बिना रजिस्ट्रेशन मछली की दुकान चला रहा था। इन सभी के खिलाफ एडीएम सिटी और एसीएम प्रथम के न्यायालय में वाद दायर किया गया है।

चेस्ट रोग विशेषज्ञ डॉ. शुभेंदु गुप्ता ने कहा कि ऑर्टिफिशियल रंगों में लेड की मात्रा अधिक होती है। आयोडीन की कमी भी होती है। इस वजह से आंतों की बीमारी, रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। इन रंगों से पेट का कैंसर होने की आशंका भी अधिक हो जाती है। बच्चे के दिमाग का विकास नहीं होता है। इसलिए खाद्य पदार्थ खरीदने से पहले जांच लें। 


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