हेलो-हेलो के बाद कॉल ड्राप
मुरादाबाद: संचार क्रांति से दुनिया को मुट्ठी में करने के दावे लगातार किये जा रहे है। लेकिन यह
मुरादाबाद: संचार क्रांति से दुनिया को मुट्ठी में करने के दावे लगातार किये जा रहे है। लेकिन यह दावे सच्चाई से कोसों दूर है। लोगों को बात करने व इंटरनेट से जुड़ने के लिए संघर्ष करना पड़ता है, क्योंकि लगातार कॉल ड्राप हो जाती है। स्पष्ट आवाज सुनाई नहीं देने से चिल्ला कर बात करनी पड़ती है। इंटरनेट के लिए फोर जी होने का दावा किया जा रहा है, लेकिन गति टू जी से भी बदतर है। नहीं किया जा रहा कोई आयोजन
आज विश्व संचार दिवस है। इस अवसर पर सरकारी व प्राइवेट टेलीकॉम कंपनी कोई आयोजन नहीं कर रही है। देखा जाए तो भारत में वर्ष 1850 से टेलीफोन सेवा शुरू हुई। लैंड लाइन से लोगों को मुक्ति दिलाकर आधुनिक संचार सेवा के लिए मोबाइल सेवा, इंटरनेट, हाई स्पीड के लिए ब्राड बैंड जैसी सेवा शुरू की गई। प्रतिस्पद्र्धा की दौड़ में मोबाइल कंपनियों ने गुणवत्ता की सुधार करने के बजाय उपभोक्ताओं को बढ़ाने, अधिक आय अर्जित करने में लग हुए है। हालत यह हो गई कि मोबाइल से स्पष्ट आवाज सुनाई नही देती। चिल्ला कर लोगों को बात करनी पड़ती है। फोर जी की गति टू जी जैसी है। काल ड्राप की समस्या मोबाइल उपभोक्ता परेशान है। इस मामले को लेकर लोकसभा तक चर्चा हो चुकी है। उसके बाद भी संचार सेवा में सुधार नहीं हुआ है। गाव तक हाई स्पीड इंटरनेट के लिए ब्राड बैंड का तार पहुंचा दिया है, लेकिन ब्राड बैंड की सुविधा उपलब्ध नहीं हैं। सरकार व्यवस्था में सुधार करने के बजाय डिजिटल इंडिया बनाने की घोषणा कर रही है। लोगों ने बताई परेशानी
अरूण कुमार का कहना है कि ठीक तरह से मोबाइल पर बात करने और इंटरनेट चलाने के लिए दो से तीन कंपनियों का कनेक्शन ले रखा है। दो-दो मोबाइल लेकर चलना पड़ता है। इसके बाद ठीक तरह से बात नहीं हो पाता है। नेटवर्क बदल बदल कर वाटसएप व इंटरनेट चलाना पड़ता है। जयप्रकाश का कहना है कि शहर से निकलते ही फोर जी भी टू जी में बदल जाता है। कॉल करने के लिए चिल्ला कर बात करना पड़ता है। कॉल ड्राप की समस्या से बात भी पूरी नहीं हो पाती है। गाव में मोबाइल नेटवर्क की सबसे खराब हालत है। कई गाव में लोगों को कॉल करने के लिए दो मंजिला भवन के ऊपर जाना पड़ता है। सुधार की हो रही कवायद
बीएसएनएल को मोबाइल नेटवर्क सुधार करने के लिए सौ मोबाइल टावर मिलने वाले है। जहा नेटवर्क कमजोर है, वहा टावर लगाकर नेटवर्क को मजबूत किया जाएगा। गावों तक ब्राड बैंड के लिए कनेक्शन पहुंचा दिया है, ब्राड बैंड सेंटर राज्य सरकार को संचालित करना है।
संजय प्रसाद
महाप्रबंधक बीएसएनएल
मुरादाबाद