By-election in Amroha : उप चुनाव के लिए सपा से जावेद आब्दी की दावेदारी सबसे मजबूत
Byelection in Amroha पिछले विधानसभा चुनाव में चेतन चौहान ने मौलाना जावेद आब्दी को लगभग 14 हजार वोटों से शिकस्त दी थी।
अमरोहा, जेएनएन। Byelection in Amroha। कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान के निधन के बाद रिक्त हुई नौगावां सादात विधानसभा सीट के लिए दावेदारी शुरू हो गई है। भाजपा से जहां संगीता चौहान को दावेदारी में सबसे आगे माना जा रहा है वहीं सपा से जावेद आब्दी सबसे मजबूत दावेदार हैं। माना जा रहा है कि उनकी न के बाद ही पार्टी किसी दूसरे प्रत्याशी पर दांव लगाएगी।
पिछले विधानसभा चुनाव में जिले की चार विधानसभा सीटों में अमरोहा को छोड़कर तीनों पर भाजपा ने परचम लहराया था। भाजपा ने तीनों सीटें सपा से छीनी थीं। इनमें नौगावां सादात सीट पर भाजपा से चेतन चौहान ने सपा के मौलाना जावेद आब्दी को लगभग 14 हजार मतों से शिकस्त दी थी। जावेद आब्दी का यह पहला चुनाव था। इसके बावजूद उनका प्रदर्शन शानदार रहा था। इसको ध्यान में रखते हुए पार्टी हाईकमान उन्हें ही दोबारा इस सीट से प्रत्याशी बनाने का मन बना लिया है। हालांकि मौलाना आब्दी के सपा मुखिया अखिलेश यादव से गहरे संबंध जग जाहिर हैं। इसीलिए माना जा रहा है कि उनके न करने के बाद ही पार्टी किसी अन्य प्रत्याशी पर दांव आजमाएगी। हालांकि इस सीट पर सपा से भी टिकट के दावेदारों की लंबी फेहरिस्त है। मगर सभी को पता है कि उनका दांव तभी लग सकता है जब मौलाना चुनाव लड़ने से मना कर दें। सूत्रों की मानें तो मौलाना आब्दी ने चुनाव मैदान में दोबारा उतरने का मन बना लिया है। लेकिन इसकी घोषणा से पूर्व वह भाजपा व बसपा से मैदान में उतरने वाले प्रत्याशियों के एलान की राह देख रहे हैं। अगर मौलाना चुनाव नहीं लड़ते हैं तो पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष पति चौधरी सरजीत सिंह व एक पूर्व विधायक की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। भाजपा से संगीता चौहान व सपा से जावेद आब्दी के मैदान में उतरने की दशा में चुनावी मुकाबला दिलचस्प होना तय माना जा रहा है। हालांकि अभी बसपा के पत्ते खुलने बाकी हैं। कांग्रेस भी अंदरखाने सियासी हालात पर बारीकी से नजरें गड़ाए है। चुनाव लड़ने के सवाल पर मौलाना जावेद आब्दी ने बताया कि हालात पर नजर बनाए हुए हैं, जल्द ही इस संबंध में अपने पत्ते खोलेंगे।