Body Trade in Moradabad : दिल्ली और आगरा की नाबालिग लड़कियों से कराते थे देह व्यापार, तीन महिलाओं समेत पांच गिरफ्तार
Body Trade in Moradabad पुलिस ने अवैध देह व्यापार के मामले में तीन महिलाओं सहित पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपित दिल्ली और आगरा की गरीब नाबालिग लड़कियों को पैसे का लालच देकर उनसे अवैध देह व्यापार कराते थे।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। सिविल लाइंस थाना पुलिस ने अवैध देह व्यापार के मामले में तीन महिलाओं सहित पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपित दिल्ली और आगरा की गरीब नाबालिग लड़कियों को पैसे का लालच देकर उनसे अवैध देह व्यापार कराते थे। एक सप्ताह में यह दूसरा मामला है, जब पुलिस ने पांच आरोपितों को पकड़ा है। इससे पहले नाबालिग लड़की से देह व्यापार के मामले में पति-पत्नी सहित तीन को जेल भेजने की कार्रवाई की गई थी। पकड़े गए पांच आरोपितों के पास से ग्राहकों के नाम-पते लिखी एक डायरी मिली है। पुलिस इन लोगों के बारे में भी जांच कर रही है। सिविल लाइंस थाना प्रभारी रवीन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि सभी आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की कार्रवाई की गई है।
क्षेत्राधिकारी हाईवे डाॅ. गणेश कुमार गुप्ता ने बताया कि सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में अवैध देह व्यापार के मामले में चार दिन पूर्व तीन लोगों को जेल भेजने की कार्रवाई की गई थी। उन्हीं आरोपितों से पूछताछ के बाद कुछ और संदिग्ध लोगों के बारे में जानकारी हुई थी। जांच के बाद पुलिस ने शुक्रवार को कांठ थानाक्षेत्र के मुहल्ला विशनपुरा निवासी मुकेश उर्फ विशाल, गलशहीद थानाक्षेत्र के गांधी नगर निवासी संजय जैन, मझोला थानाक्षेत्र के बुद्धिविहार निवासी और एकता कालोनी निवासी तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वे दिल्ली और आगरा से गरीब लड़कियों से संपर्क कर उन्हें नौकरी देने के बहाने से बुलाते थे। इसके बाद उन्हें पैसे का लालच देकर देह व्यापार कराते थे। नाबालिग लड़कियों को एक दिन में पांच से 15 हजार रुपये दिए जाते थे। बाहर से आने वाली लड़कियों को एकता विहार और मझोला के कांशीराम नगर स्थित घर में रखा जाता था। इसके बाद स्टेशन रोड के होटल में कमरा बुक करके भेज दिया जाता था। आरोपितों के पास से नौ मोबाइल, एक डीएल, एक एटीएम कार्ड और तीन डायरी मिली हैं। सभी आरोपितों के खिलाफ अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम के अलावा पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करके जेल भेजने की कार्रवाई की गई है।