गर्भावस्था में रहती है ब्लड प्रेशर और खून की कमी की समस्या तो इन बातों का रखें ध्यान Moradabad News
माह में जब चिकित्सक के पास परीक्षण के लिए जाएं तो वो समरी सबसे पहले दिखाएं। इससे चिकित्सक को मरीज के बारे में जानकारी रहेगी और वे उसी तरह ट्रीट भी करेंगी।
मुरादाबाद, जेएनएन। प्रिग्नैंसी के दौरान महिलाओं को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ब्लड प्रेशर और खून की कमी की समस्या अधिक रहती है। इसके अलावा दिन में दो बार भरपेट खाना खाने की वजह से एसिडिटी की भी दिक्कत होती है। इन सभी समस्याओं से निजात के लिए महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. निशी अग्रवाल ने महिलाओं को उनके सवालों के जवाब दिए। उन्होंने बताया कि दो बार भरपेट खाना न खाएं बल्कि हर दो घंटे में थोड़ा-थोड़ा खाना खाने से पेट में एसिडिटी की समस्या नहीं होगी। इसके अलावा आयरन और पत्तेदार हरी सब्जियां खाने से पेट की परेशानी दूर होगी। अपनी समस्याओं को लेकर कार्यालय में काफी महिलाओं ने फोन किया, प्रस्तुत हैं चुनिंदा सवालों के जवाब।
सवाल : मैं चार माह की गर्भवती हूं। मुझे चक्कर आते हैं और कमजोरी महसूस होती है।
निशा, शिवपुरी स्वार रामपुर
जवाब : आप अपना ब्लड प्रेशर और थायराइड चेक कराएं। रात में सोने से पहले बुखार भी चेक करें। इसके बाद आप महिला रोग विशेषज्ञ को पूरी बात बताएं, जिससे आपकी समस्या का समाधान हो सके। खाने में फल और हरी सब्जियां भी शामिल करें।
सवाल : मेरे शरीर में खुजली हो रही है। सूजन भी है।
पूनम दूबे, अवंतिका कालोनी रामगंगा विहार मुरादाबाद
जवाब : आप सबसे पहले महिला रोग विशेषज्ञ से परीक्षण कराएं। एग्जामिनेशन के बाद पता चलेगा कि ये खुजली किसी इंफेक्शन की वजह से है या सामान्य है। इसके बाद ही उपचार हो सकेगा। पौष्टिक आहार का सेवन करती रहें।
सवाल : छह माह का गर्भ है। एसिडिटी की परेशानी बहुत है।
शमीम, हसनपुर अमरोहा
जवाब : आपको खानपान का विशेष ध्यान रखना है। दिन में जो खाना आप दो बार खाती हैं। उसे पांच भागों में बांट लें, यानी हर दो घंटे में थोड़ा-थोड़ा खाना या फल आदि खाएं। इससे एसिडिटी की समस्या नहीं होगी। खाने के बाद टहलना जरूरी है। गाजर, चुकंदर, गुड़ और चने का भी सेवन करें।
सवाल : मेरी पत्नी को दो बार गर्भपात हो गया। किस वजह से ये दिक्कत हुई।
फहीम अहमद, दलपतपुर मूंढापांडे मुरादाबाद
जवाब : दूसरे गर्भपात में ढाई माह का समय लगा है। वाकई ये सोचने वाली बात है। आपको सबसे पहले महिला रोग विशेषज्ञ को अपनी पत्नी को दिखाना होगा। किस इंफेक्शन की वजह से ये दिक्कत हुई है आदि की जानकारी परीक्षण के बाद ही हो सकेगी। इसमें लापरवाही न बरतें।
सवाल : दो माह का गर्भ है। पिछले 15 दिन से खांसी हो रही है। दवा का भी असर नहीं हो रहा है।
अफसाना परवीन, सैदनगली अमरोहा
जवाब : आपको सबसे पहले फिजिशियन को दिखाना चाहिए। उन्हें जानकारी दे दें कि दो माह का गर्भ है। इसके अलावा अगर धड़कन तेज और कमजोरी महसूस हो रही है तो दिल के डॉक्टर को भी दिखाना जरूरी है। इसके बाद ही वजह पता चलेगी।
सवाल : मेरी बहू पांच माह की गर्भवती है। उसे हर समय थूक आता है।
सोनी शर्मा, सूर्यनगर लाइनपार, मुरादाबाद
जवाब : गर्भवती के शरीर में पानी की कमी की वजह से अक्सर इस तरह की शिकायत देखने को मिलती है। आप उन्हें पानी का सेवन कराइये। इसके अलावा नारियल पानी और जूस के बजाय फल काटकर खिलाना बेहतर रहेगा। इससे पेट में फायबर भी पहुंचेगा।
सवाल : मैं चार माह की गर्भवती हूं। जीना चढऩे में सांस उखडऩे लगती है।
दिव्यांशी, सरायतरीन सम्भल
जवाब : खून की कमी की वजह से गर्भवती की सांस उखड़ती है। आप अपना हिमोग्लोबिन चेक कराएं। इसके अलावा चिकित्सक द्वारा लिखी गई आयरन की गोली और हरी सब्जियों के साथ फलों का सेवन करें। एक बार में पेट भरकर नहीं खाना है। बल्कि हर दो घंटे में थोड़ा-थोड़ा करके खाएं।
ब्लड प्रेशर की नियमित कराएं जांच
गर्भवती महिलाओं को अगर गर्भधारण के पहले से ब्लड प्रेशर की दिक्कत रहती थी तो वे गर्भधारण के दौरान नियमित ब्लड प्रेशर चेक कराती रहें। इसकी पूरी समरी तारीखवार बनाएं।