पुलिस संरक्षण में सट्टे का धंधा, लालबाग चौकी प्रभारी समेत चार निलंबित
सीओ कोतवाली की जांच में दोषी मिलने पर एसएसपी ने की कार्रवाई की है।
कार्रवाई
- सीओ कोतवाली की जांच में दोषी मिलने पर एसएसपी ने की कार्रवाई
- चौकी प्रभारी व सिपाहियों पर सट्टा कारोबारियों से साठगांठ का आरोप
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : सट्टे के काले कारोबार में संलिप्त लालबाग चौकी प्रभारी चमन सिंह समेत चार पुलिस कर्मी सोमवार देर रात निलंबित कर दिए गए। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने क्षेत्राधिकारी कोतवाली इंदू सिद्धार्थ की जांच रिपोर्ट के आधार विभागीय कार्रवाई की है। सट्टा कारोबार में पुलिस की संलिप्तता उजागर होने से पुलिस महकमे में जांच के दायरे में आए अन्य पुलिस कर्मियों के चेहरे की रंगत उड़ गई है।
मुरादाबाद में सट्टे का काला कारोबार अर्से से चल रहा है। महानगर का शायद ही कोई ऐसा थाना हो जहां सट्टा कारोबारियों की जड़ें न जमी हों। मुगलपुरा, गलशहीद, नागफनी, सिविल लाइन, मझोला, कटघर व पाकबड़ा सट्टा कारोबार का गढ़ कहे जाते हैं। कागज व कलम पर लिखे चंद नंबरों से करोड़ों रुपये का वारा न्यारा करने वाले सट्टा माफिया कोई ऐसा साक्ष्य नहीं छोड़ते जिससे कि अवैध खेल में लिप्त बड़ी मछलियां कानून के जाल में फंस सकें। हाल के दिनों में यह पहला मौका है, जब सट्टा कारोबार में पुलिस की संलिप्तता की पुष्टि हुई है। सीओ कोतवाली इंदु सिद्धार्थ ने बताया कि कुछ दिनों पहले मुगलपुरा थाना क्षेत्र के लालबाग पुलिस चौकी से सट्टा कारोबार से संबंधित एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वीडियो के आधार पर आरोपितों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के बजाय पुलिस चुप हो गई। प्रकरण वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी के संज्ञान में आया। संदेह के आधार पर उन्होंने सट्टा कारोबार में पुलिस की संलिप्तता की जांच का आदेश दिया। जांच में लाल बाग चौकी प्रभारी चमन सिंह, आरक्षी दानिश, जयवीर सिंह व भरत राजपूत जांच में दोषी मिले। चारों पुलिस कर्मियों के सट्टेबाजों से साठगांठ के पुख्ता प्रमाण मिले। कर्तव्य के प्रति लापरवाही व अनुशासनहीनता के आरोपित चारों पुलिस कर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की गई। इसके आधार पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने चौकी प्रभारी समेत चारों पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया।