मुरादाबाद मंडल के 66 गांवों को मिली बड़ी राहत, खत्म होगा सीमा विवाद, तेजी से होगा विकास
कैबिनेट ने बिलारी और बनियाखेड़ा ब्लाक की ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन को दी मंजूरी। बिलारी ब्लाक को बनियाखेड़ा ब्लाक की 38 ग्राम पंचायत मिलेंगी और जो बढ़कर 82 से बढ़कर 93 हो जाएंगी। जबकि 28 ग्राम पंचायत बनियाखेड़ा में चली जाएंगी।
मुरादाबाद, जेएनएन। कैबिनेट के फैसले से मुरादाबाद के बिलारी और सम्भल की बनियाखेड़ा ब्लाक के 66 गांवों के लोगों को बड़ी राहत मिलने जा रही है। अब वहां भी विकास की इबारत लिखी जाएगी। वर्ष 2012 में सम्भल जिला बनने के बाद से इन गांवों के हजारों लोग सीमा विवाद में उलझ गए थे। गांवों में विकास कार्य ठप थे और यहां तक कि अपना समस्या उठाने के लिए उनके पास अपना जनप्रतिनिधि भी नहीं था। प्रदेश सरकार की मंगलवार को हुई बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बिलारी व बनियाखेड़ा ब्लॉक का पुनर्गठन करने की मंजूरी दी गई है। वर्ष 2012 में भीमनगर (नया जिला भीमनगर के नाम से बनाया था, जिसे बाद में सम्भल कर दिया गया) जिला बनाए जाने से पहले सम्भल, चन्दौसी और बहजोई मुरादाबाद का हिस्सा थे।
जनपद बनने के बाद सम्भल की सीमा चन्दौसी तहसील की बनियाखेड़ा ब्लाक और मुरादाबाद की बिलारी ब्लाक के बीच हो गई। सीमा के दायरे में 66 गांव फंस गए। बनियाखेड़ा ब्लाक की 38 ग्राम पंचायत मुरादाबाद की सीमा में आ गए, जबकि मुरादाबाद की 28 ग्राम पंचायत बनियाखेड़ा ब्लाक में चली गई थीं। इससे इन ग्राम पंचायतों के हजारों लोगों की परेशानी के दिन शुरू हो गए। इन गांवों का विकास पूरी तरह से ठप हो गया। यहां तक कि विकास के चल रहीं योजनाओं का भी लाभ इन ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा था। चुनाव के दौरान भी दिक्कत हो रही थी। ग्रामीणों के साथ जनप्रतिनिधि भी बनियाखेड़ा और बिलारी ब्लाक के पुनर्गठन की मांग उठा रहे थे। हालांकि बताया जा रहा है कि एक दूसरे के क्षेत्र में आ रहे गांवों को अपने-अपने जनपद का हिस्सा मानकर कार्य शुरू कर दिया गया था। पर यह स्थायी समाधान नहीं था और ग्रामीणों की समस्या जस की तस बनी हुई थी। पुनर्गठन के बाद ऐसा होगा ढांचा अभी तक जो स्थिति यह थी कि बिलारी ब्लाक को बनियाखेड़ा ब्लाक की 38 ग्राम पंचायत मिलेंगी और जो बढ़कर 82 से बढ़कर 93 हो जाएंगी। जबकि, 28 ग्राम पंचायत बनियाखेड़ा में चली जाएंगी। तब ब्लाक में ग्राम पंचायतों की संख्या 84 से घटकर 73 रह जाएंगी। हालांकि दो गांवों एक दूसरे की ग्राम पंचायत में शामिल है। इसकी वजह से यह संख्या 74 और 92 के बजाय 73 और 73 की जा रही हैं। हालांकि स्थिति प्रशासनिक अधिकारी आदेश में मिलने के बाद ही स्पष्ट कर पाएंगे। एडीएम प्रशासन मुरादाबाद लक्ष्मी शंकर सिंह ने बताया कुल 66 ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन का है।