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यूपी के मुरादाबाद में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में बड़ी लापरवाही, बिना जांच 14 हजार अपात्रों को बांट दी निधि

मुरादाबाद में सरकारी कर्मचारी भी लाभार्थियों की सूची में शामिल। विभाग को ओर से रिकवरी की तैयारी। जिले के 250 620 खातों में दो-दो हजार रुपये डाले गए थे।

By Narendra KumarEdited By: Published: Wed, 16 Sep 2020 05:33 PM (IST)Updated: Wed, 16 Sep 2020 05:33 PM (IST)
यूपी के मुरादाबाद में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में बड़ी लापरवाही, बिना जांच 14 हजार अपात्रों को बांट दी निधि
यूपी के मुरादाबाद में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में बड़ी लापरवाही, बिना जांच 14 हजार अपात्रों को बांट दी निधि

मुरादाबाद (रितेश द्विवेदी)। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में बड़ी लापरवाही सामने आई है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि बिना जांच-पड़ताल के ही जिले में करीब 14 हजार ऐसे किसानों के खाते में पैसा भेज दिया गया, जिनके नाम-पते तक गलत थे। कई सरकारी कर्मचारी भी इस योजना का लाभ ले रहे हैं। सरकारी स्तर पर हुई चूक की परतें सत्यापन में खुल रही है। प्रशासन एक लाख से अधिक खातों का पैसा रोक चुका है। अब इनसे पैसा वसूली की कार्रवाई की जा रही है।

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 केंद्र सरकार ने फरवरी 2019 में किसान सम्मान निधि का पैसा किसानों के खातों में डालना शुरू किया था। कृषि विभाग का कहना है कि पारदर्शी किसान योजना में दर्ज किसानों के नामों के आधार पर उस समय बिना किसी जांच पड़ताल के धनराशि खातों में भेज दी गई। मुरादाबाद में कृषि विभाग के अफसरों ने 3,36,794 पात्र किसानों की सूची तैयार की थी। जिसमें मार्च 2019 में जिले के 2,50,620 खातों में दो-दो हजार रुपये डाले गए थे। पहली किस्त के बाद किसानों से आधार नंबर मांगे गए। इसके बाद अपात्रों को पैसा भेजे जाने की शिकायतें आने लगीं। नतीजा यह रहा कि जहां फरवरी 2019 में 2,50,620 लोगों के खाते में राशि भेजी गई थी, वहीं अगस्त 2020 में यह यह आंकड़ा घटकर 1,41,708 ही रह गया। यानी 1,08,912 लोगों के खाते की राशि रोक दी गई। प्रशासनिक स्तर पर हुई इस चूक पर जिलाधिकारी राकेश कुमार का कहना है कि यह गड़बड़ी किसी एक जिले में नहीं, पूरे प्रदेश में हुई है। कृषि विभाग भी इस लापरवाही में विभागीय स्तर पर किसी तरह की कार्रवाई के बारे में मौन साधे है।

किसान सम्मान निधि की धनराशि अपात्रों के खाते में भी पहुंची है। ऐसे लोगों को चिह्न्ति कर उनसे पैसा वापस करने के लिए कहा गया है। कुछ लोग स्वयं सामने आए हैं और पैसा वापस करने की कार्रवाई कर रहे हैं। ऐसे अपात्र लोग पैसा भारत सरकार की वेबसाइट भारत कोष में जमा कर सकते हैं। दो माह में पैसा वापस नहीं जमा करते तो उनके खिलाफ रिकवरी नोटिस जारी करने की कार्रवाई की जाएगी।

छोटेलाल यादव, उपनिदेशक, कृषि विभाग, मुरादाबाद

जांच के बाद ऐसे घटती रही किसानों की संख्या

किस्त                     किसान                   संख्या

पहली किस्त फरवरी 2019      2,50,        620

दूसरी किस्त दो अप्रैल 2019      204,       420

तीसरी किस्त अगस्त 2019       1,061,      131

चौथी किस्त जनवरी 2020         1,79,        061

पांचवी किस्त अप्रैल  2020         1,62        564

छठी किस्त अगस्त    2020         1,41        708

नोट : समस्त आंकड़े कृषि विभाग के दस्तावेजों पर आधारित हैं।

39,806 लोगों के आधार नंबर सही नहीं मिले

विभागीय सूत्रों का कहना है कि किसान सम्मान निधि की पात्रता की सूची में जब किसानों के नाम, पते और आधार का सत्यापन शुरू किया गया तो 39,806 के आधार कार्ड का मिलान नहीं हो सका। इनमें से 14 हजार ऐसे लोग थे, जिनके आधार कार्ड के साथ नाम, पते भी गलत थे। 


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