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Betting gang of Moradabad : कभी साइक‍िल से करते थे रसोई गैस की सप्‍लाई, अब करोड़ों रुपये की संपत्ति के हैं मालिक

Betting gang of Moradabad सट्टेबाजों के इस खेल में कई घर तबाह हो रहे हैं। लेकिन धंधा खत्म नहीं हो रहा है। सट्टे के कारोबार से शहर के कुछ लोगों ने बेहिसाब संपत्ति एकत्र कर ली है। पुलिस ने अब नए स‍िरे से कुंडली खंगालनी शुरू कर दी है।

By Narendra KumarEdited By: Published: Tue, 20 Apr 2021 03:10 PM (IST)Updated: Tue, 20 Apr 2021 03:10 PM (IST)
Betting gang of Moradabad : कभी साइक‍िल से करते थे रसोई गैस की सप्‍लाई, अब करोड़ों रुपये की संपत्ति के हैं मालिक
साइक‍िल में घर-घर जाकर गैस बेचने वाले सट्टे से बने कारोबारी।

मुरादाबाद, जेएनएन। Betting gang of Moradabad : शहर में बीते 10 सालों में सट्टा खिलाने वाले लोगों ने अपने कारोबार को तेजी के साथ बढ़ाया है। लेकिन कारोबार स्थापित करने के बाद भी इन लोगों ने सट्टे के काम को नहीं छोड़ा। इनकम टैक्स विभाग की आंख में धूल झोंकने के लिए इन सट्टेबाजों ने छोटे-छोटे कारोबार कर लिए, ताकि पुलिस की निगाह में इनके काले कारनामे सामने नहीं आ सके। पुलिस और सरकारी एजेंसियों की आखों में धूल झोंककर इन सट्टेबाजों ने करोड़ों रुपये की संपत्ति खड़ी कर ली है।

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आइपीएल में प्रतिदिन करोड़ों रुपये का सट्टा लगाया जा रहा है। कैश के इस खेल में कई घर तबाह हो रहे हैं। लेकिन सट्टेबाजों का धंधा खत्म नहीं हो रहा है। सट्टे के कारोबार से शहर के कुछ लोगों ने बेहिसाब संपत्ति एकत्र कर ली है। जहां कुछ साल पहले तक कुछ सट्टेबाज दुकानों में नौकरी और साइक‍िल से घर-घर जाकर गैस बिक्री करने का काम करते थे, वही आज वह करोड़ों रुपये की संपत्ति के मालिक बनकर बैठ गए है। शहर में अचानक से कुछ सालों में संपत्ति खरीदने वालों की जांच ईडी के अफसर भी कर रहे हैं। लेकिन कानून की खामियों का फायदा उठाकर अभी तक यह बचे हुए हैं। पुलिस अफसरों की माने तो अभी तक की जांच में टॉप टेन सटोरियों की सूची बन चुकी है, जल्द ही इनके काले कारोबार को उजागर किया जाएगा। पूर्व में पुलिस की जांच में यह भी सामने आ चुका है, कि सट्टेबाजों के कैश का खेल हवाला कारोबार से भी जुड़ा है।

एसओजी ने पकड़कर छोड़ दिया था गिरोह

शहर में कुछ साल पहले एसओजी ने सट्टेबाजों का बड़ा गिरोह पकड़ा था। एसओजी की इस कार्रवाई में कई बड़े सफेदपोश पकड़े गए थे। लेकिन महज 24 घंटे में इन सभी सटोरियों से समझौता करके छोड़ दिया था। हालांकि बाद में तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के संज्ञान में मामला आने के बाद पूरी एसओजी टीम को ही भंग करके मामले को दबा दिया गया था। लेकिन पुलिस ने अब उन सभी फाइलों को खोजना शुरू कर दिया है। जिसमें एसओजी की कार्रवाई में बड़े सट्टेबाज पकड़े गए थे।

जोन के सभी पुलिस अधिकारियों को सट्टा लगाने वालों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। इस काम में दूसरी एजेंसियों की मदद के लिए भी निर्देश दिए गए है। जो भी पुराने आरोपित रहे हैं, उनकी कार्यप्रणाली पर निगाह रखी जा रही है। जो भी इस काले कारोबार में सम्मलित है, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

शलभ माथुर, डीआइजी, मुरादाबाद रेंज


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