प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेने के लिए बन गए गरीब Amroha News
दोबारा जांच में 190 लाभार्थियों में लगभग आधे मिले अपात्र। टीम अब उच्चाधिकारियों को जांच रिपोर्ट सौंपने की तैयारी में।
अमरोहा, जेएनएन। प्रधानमंत्री आवास योजना में जांच के नाम पर खेल हो रहा है। कुछ अधिकारियों ने पालिका कर्मियों से साठगांठ कर अमीरों को गरीब दिखाकर योजना में चयन कर दिया। शिकायत पर जब दोबारा जांच कराई गई तो लगभग 90 लाभार्थियों के अपात्र होने का पर्दाफाश हुआ है। इसमें कई की गर्दन फंसनी तय मानी जा रही है। अब टीम जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को देने की तैयारी कर रही है।
यह है मामला
केंद्र सरकार ने गरीबों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना चला रखी है। जिसमें गरीबों को अपना घर बनाने के लिए तीन किस्तों में 2.50 लाख रुपये दे रही है। पात्रता सूची में शामिल लोगों की पड़ताल के लिए अधिकारियों की टीमें घर-घर जाकर पूछताछ भी करती हैं। पात्रता शर्तें पूरी करने की दशा में उनका चयन कर देती हैं। जिलेभर में सैकड़ों लोगों को इसका लाभ मिल चुका है। जबकि, हजारों की संख्या में आवेदन लंबित हैं। योजना में लाभ ले चुके बहुत से ऐसे व्यक्ति हैं जो संपन्न हैं और उन्होंने डूडा, पालिका और बिचौलियों की साठगांठ से लाभ ले लिया। इसी तरह एक अपात्र महिला को दी गई धनराशि वापस कराई जा रही है। पिछले दिनों दो बिचौलियों को पालिका ईओ ने पकड़ा भी था लेकिन जनप्रतिनिधियों तक पहुंच का हवाला देकर वह बच निकले थे। कई मामले पकड़ में आने पर डीएम ने सत्यापन के लिए एसडीएम, तहसीलदार और पालिका ईओ की टीम गठित की हैं। योजना में 190 लाभार्थियों की सूची जारी हुई तो जिलास्तरीय कुछ अधिकारियों ने पालिका के कर अमीनों से साठगांठ कर जांच में सभी को पात्र दिखा दिया। पिछले दिनों लोगों ने इसकी शिकायत डीएम से कर दी।
डीएम ने दिए जांच के आदेश
डीएम ने एसडीएम सुखवीर ङ्क्षसह को फिर जांच कराने के निर्देश दिए। पालिका कर्मियों ने घर-घर जाकर जांच की तो दूध का दूध पानी का पानी हो गया। विभागीय सूत्रों ने बताया कि 190 लाभार्थियों की सूची में लगभग 90 लोग अपात्र मिले हैं। यह वह लोग हैं जो अमीर हैं और जांच टीम ने गरीब बनाकर योजना में चयन कर दिया है। जल्द ही जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंप दी जाएगी। इस घपले में कई की गर्दन फंसनी तय मानी जा रही है।