रहिए सावधान! मुरादाबाद की हवा में बढ़ा है जहर Moradabad News
जेएनएन मुरादाबाद। प्रदूषित हवा के चलते शहरवासियों का दम घुट रहा है। शहर की आबोहवा की स्थिति यह है कि हवा सांस लेने योग्य तक नहीं है।
जेएनएन, मुरादाबाद। प्रदूषित हवा के चलते शहरवासियों का दम घुट रहा है। शहर की आबोहवा की स्थिति यह है कि हवा सांस लेने योग्य तक नहीं है। गुरुवार को इस माह में एक बार फिर शहर का एक्यूआइ चार सौ के पार पहुंच गया, शहर देश के टॉप टेन प्रदूषित शहरों की सूची में नौवें नंबर पर दर्ज किया गया। गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा, गाजियाबाद का एक्यूआइ जहां 464 दर्ज किया गया, वहीं मुरादाबाद का एक्यूआइ 406 दर्ज किया गया।
आंकड़ें केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के शाम सात बजकर 39 मिनट के बुलेटिन के मुताबिक है। इधर, हैरत की बात यह है कि मुरादाबाद विकास प्राधिकरण (एमडीए) के मुख्य गेट पर लगे डिस्प्ले में एक्यूआइ 50 ही दर्ज किया गया। जानकर आश्चर्य होगा कि इस डिस्प्ले में पीएम 10, पीएम 2.5, और एक्यूआइ हर दिन समान ही दर्ज किया जाता है। फिर भी जिम्मेदारों की नजर इस पर नहीं पड़ती। बढ़े एक्यूआइ के चलते शहर की स्थिति गंभीर है। जानकार बताते हैं कि अब जैसे-जैसे हवा में नमी बढ़ेगी, हवा में घुले हानिकारक तत्व उसमें विद्यमान रहेंगे, एक्यूआइ में और बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी। ऐसे में शहरवासियों पर संकट के बादल हैं।
देश के टॉप टेन प्रदूषित शहरों की सूची पर नजर :
शहर एक्यूआइ
गाजियाबाद 462
नोएडा 434
बुलंदशहर 434
बागपत 430
पानीपत 428
दिल्ली 427
ग्रेटर नोएडा 424
फरीदाबाद 416
मुरादाबाद 406
रोहतक 400
नोट : यह आंकड़े केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के शाम पांच सात बजकर 39 मिनट के बुलेटिन के अनुसार हैं।
हवा की गुणवत्ता का ये है पैमाना :
0-50 अच्छा
51-100 संतोषजनक
101-200 औसत
201-300 खराब
301-400 बहुत खराब
401-450 गंभीर
451-500 खतरनाक