Move to Jagran APP

बदहाल सड़कें, कीचड़ और जलभराव दे रहा दर्द, जानिए क्या है दुश्वारी Moradabad News

सीवर लाइन खोदाई के बाद बदहाल सड़कें राहगीरों को तकलीफ दे रही हैं। जल निगम के अफसर सीवर लाइन डालने के बाद बदहाल सड़कों की ओर झांकने तक नहीं जा रहे हैं।

By Narendra KumarEdited By: Published: Wed, 05 Feb 2020 07:05 AM (IST)Updated: Wed, 05 Feb 2020 06:15 PM (IST)
बदहाल सड़कें, कीचड़ और जलभराव दे रहा दर्द, जानिए क्या है दुश्वारी Moradabad News
बदहाल सड़कें, कीचड़ और जलभराव दे रहा दर्द, जानिए क्या है दुश्वारी Moradabad News

जेएनएन, मुरादाबाद : सीवर लाइन खोदाई के बाद बदहाल सड़कें राहगीरों को तकलीफ दे रही हैं। जल निगम के अफसर सीवर लाइन डालने के बाद बदहाल सड़कों की ओर झांकने तक नहीं जा रहे हैं। अब तो दफ्तर से बाहर निकलिए साहब,जनता का दर्द समझिए। सीवर लाइन डाले महीनों बीत गए लेकिन, वहां सड़क नहीं बनाई गईं। यही नहीं जहां बनाई हैं वहां धंस गई हैं। सड़कों की मरम्मत के नाम पर मिट्टी से भरी रेत की बोरी डाल दी गई हैं। महीनों हो गए इन बोरियों को डाले, इन पर वाहन गुजरते गए और फिर गड्ढा बन गया। लेकिन, सड़क नहीं बनाई। क्षतिग्रस्त नालियों का पानी सड़क में आने से कीचड़ से फिसलन हो गई है।

loksabha election banner

केस एक

दौलतबाग में अंबिका प्रसाद इंटर कालेज से नागफनी थाने तक करीब 200 मीटर सीवर लाइन ट्रंचलेस (गड्ढा करके भीतर ही भीतर सीवर लाइन डालना) तकनीक से एक महीने पहले डाली थी। काम खत्म होने के बाद अब क्षतिग्रस्त नालियों का पानी सड़क में बह रहा है। ऊबड़ खाबड़ सडक और जहां-तहां गड्ढे कीचड़ है।

केस दो

गुरहट्टी चौराहा पर छह महीने पहले सीवर लाइन खोदाई करके सड़क बनाई थी। दो महीने पहले यह सड़क धंसी लेकिन इसमें रेत की बोरियां डाल दी गईं, यह अब रेत की बोरियां दबने से फिर से गहरा गड्ढा हो गया। कई रिक्शा पलट चुके हैं। स्कूल के बच्चे भी जोखिम हुए।

केस तीन

तहसील स्कूल के पास काठ की पुलिया पर सीवर लाइन बिछाए कई महीने हो गए। यहां कई फीट गहरा गड्ढा हो गया। एक सप्ताह तक वाहन इस गड््ढे से बचकर निकलते गए, जिसका वीडियो भी वायरल हुआ लेकिन, जल निगम ने सड़क की मरम्मत नहीं की। हां, मिट्टी की बोरी भरकर गड्ढे में डाल दी है। लेकिन, सड़क बनाने की जहमत नहीं उठाई।

ये बोले अधिकारी

जिन सड़कों में गड््ढे हैं, उनकी मरम्मत कराई जाती है। लेकिन, कुछ गड्ढों की मरम्मत अभी नहीं हो सकी है। कार्यदायी संस्था को नोटिस दिया गया है।

अरुण त्यागी, परियोजना अधिकारी, जल निगम 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.