समाजवादी पार्टी विधानमंडल दल की बैठक में शामिल नहीं हुए आजम खां और उनके करीबी विधायक
Azam Khan सीतापुर कारागार से करीब ढाई वर्ष बाद बाहर आने वाले समाजवादी पार्टी के विधायक आजम खां के तेवर अभी भी तल्ख हैं।सपा मुखिया अखिलेश यादव की बैठक में पार्टी के सबसे वरिष्ठ विधायक आजम खां उनके बेटे अब्दुल्ला आजम और मित्र नसीर अहमद खां शामिल नहीं हुए।
रामपुर, जेएनएन। समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य आजम खां रविवार को लखनऊ में होने वाली समाजवादी पार्टी विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हुए। आजम खां ही नहीं आजम खां के करीबी विधायकों ने इस बैठक से किनारा कर लिया।
सोमवार से शुरू हो रहे उत्तर प्रदेश के विधानमंडल के बजट सत्र को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा नेता विधायक दल अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के कार्यालय में दिन में करीब 12:30 से हुई इस बैठक की अध्यक्षता की। सपा मुखिया अखिलेश यादव की इस बैठक में पार्टी के सबसे वरिष्ठ विधायक आजम खां, उनके बेटे अब्दुल्ला आजम और उनके मित्र नसीर अहमद खां शामिल नहीं हुए। आजम खां के करीबी माने जाने वाले बरेली जिले के विधायक शहजिल इस्लाम भी लखनऊ की मीटिंग में शामिल होने के बजाय आजम खां से मिलने रामपुर पहुंच गए।
आजम खां दो दिन पहले ही जेल से छूटकर आए हैं। वह करीब सवा दो वर्ष से सीतापुर की जेल में बंद थे। उनके और उनके परिवार के लोगों के खिलाफ बड़े पैमाने पर मुकदमे दर्ज कराए गए। आजम खां के खिलाफ 89 मुकदमे विचाराधीन हैं, जबकि उनकी पत्नी पूर्व सांसद डा. तजीन फात्मा के खिलाफ 34 मुकदमें और उनके बेटे विधायक अब्दुल्ला आजम के खिलाफ 43 मुकदमें विचाराधीन हैं। तजीन फात्मा दस माह और अब्दुल्ला आजम 23 माह बाद जेल से छूट सके थे। आजम खां के समर्थक भी सपा मुखिया अखिलेश यादव से खफा हैं। उनका कहना है कि अखिलेश ने आजम खां के परिवार का मुसीबत में साथ नहीं दिया। पिछले माह आजम खां के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खां शानू ने तो अखिलेश यादव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। यहां तक कह दिया था कि उन्हें हमारे कपड़ों से बदबू आती है।
आजम खां ने जेल से छूटने के बाद रामपुर आते ही मीडिया के सामने अपनी दुश्वारियां गिनवाई, लेकिन वह समाजवादी पार्टी मुखिया से नाराजगी को लेकर कुछ नहीं बोले। मुलायम सिंह यादव तो उनसे मिलने एक बार भी जेल नहीं गए। इस सवाल पर भी वह खुलकर नहीं बोले। सिर्फ इतना ही कहा जो जेल में मिला उसका भी शुक्रिया और जो नहीं मिला उसका भी शुक्रिया। उन्होंने मुकदमों को लेकर यह भी कह दिया कि हमें बर्बाद करने में हमारे अपनों का ही हाथ है।
सीतापुर जिला कारागार से करीब ढाई वर्ष बाद बाहर आने वाले समाजवादी पार्टी के विधायक आजम खां के तेवर अभी भी तल्ख हैं। रामपुर सदर से समाजवादी पार्टी के विधायक आजम खां के साथ ही रामपुर की स्वार से विधायक उनके बेटे अब्दुल्ला आजम खां सोमवार को लखनऊ में समाजवादी पार्टी के राज्य मुख्यालय में होने वाली पार्टी के विधायक तथा विधान परिषद सदस्यों की बैठक में शामिल नहीं हुए। आजम खां और उनके बेटे अभी रामपुर में ही हैं और सोमवार को पहले दिन बजट सत्र में भी उनके शामिल होने की संभावना भी काफी कम है।
लखनऊ में आज समाजवादी पार्टी विधानमंडल दल की बैठक सपा प्रदेश कार्यालय में आज दिन में 12:30 बजे से थी। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष तथा विधान परिषद सदस्य नरेश उत्तम पटेल ने विधानमंडल दल की बैठक की सूचना सभी विधायकों को भेजी थी। इस बैठक में विधान सभा सदस्यों के साथ ही विधान परिषद सदस्यों को भी बुलाया गया। इस बैठक में समाजवादी पार्टी के विधानमंडल दल के नेता अखिलेश यादव अपने विधायकों के साथ सोमवार से शुरू हो रहे विधानमंडल के बजट सत्र को लेकर रणनीति बनाई। समाजवादी पार्टी इस सत्र में कानून व्यवस्था, महंगाई, बेरोजगारी, बिजली व किसानों सहित कई मुद्दों को लेकर भाजपा सरकार को सदन में घेरेगी। सपा प्रदेश कार्यालय में पहले बैठक 21 मई शनिवार को होनी थी, पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के अचानक दिल्ली जाने के कारण बैठक स्थगित कर दी गई।