आजम खां नहीं कर पा रहे पत्नी का जोरदार प्रचार, जानिए क्या है वजह Rampur News
वह लोगों से उनके घरों पर मिल रहे हैं या कार्यालय में कार्यकर्ताओं को चुनाव जीतने के टिप्स दे रहे हैं। उनकी तबीयत भी कुछ खराब बताई जा रही है ऐसा वह एसआइटी को भी बता चुके हैं।
रामपुर (मुस्लेमीन)। समाजवादी पार्टी के फायरब्रांड नेता आजम खां मुकदमों में उलझ कर रह गए हैं। वे विधानसभा उपचुनाव लड़ रहीं अपनी पत्नी का जोरदार प्रचार भी नहीं कर पा रहे हैं। पिछले तमाम चुनावों में वह बड़ी-बड़ी जनसभाएं करते रहे लेकिन, इस बार ऐसा नहीं कर रहे हैं। हालत यह है कि नामांकन कराने के लिए पत्नी के साथ कलेक्ट्रेट तक भी नहीं जा सके।
रामपुर शहर विधानसभा सीट से आजम खां नौ बार विधायक रह चुके हैं। इस साल वह पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़े और जीत गए। इसके बाद उन्होने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इस कारण यह सीट खाली हो गई। अब यहां उप चुनाव हो रहा है। इसमें आजम खां की पत्नी राज्यसभा सदस्य डा. तजीन फात्मा सपा की उम्मीदवार हैं लेकिन, नामांकन के बाद से उन्होंने कोई जनसभा नहीं की है। शायद यह पहला मौका जब ऐसा हो रहा है।
रामपुर के चुनाव में की बड़ी-बड़ी सभाएं
रामपुर में इससे पहले जितने भी चुनाव हुए, उनमें आजम खां बड़ी-बड़ी सभाएं करते रहे। लोकसभा चुनाव के दौरान तो दिन में कई-कई जनसभाएं करते थे। अपने भाषणों की बदौलत वह लोगों के दिलों पर छा जाते लेकिन, इस बार ऐसा नहीं कर पा रहे हैं, जबकि मतदान में केवल 13 दिन बचे हैं। सपा के बड़े नेता भी रामपुर में प्रचार के लिए नहीं आए हैं।
नामांकन के दिन भी एसआइटी के सामने हुए पेश
आजम खां को कभी लखनऊ में एसआइटी तलब करती है तो कभी रामपुर में। उनकी पत्नी ने 30 सितंबर को नामांकन कराया। उस दिन कलेक्ट्रेट तक नहीं पहुंच सके। उसी दिन वह एसआइटी के समक्ष पेश हुए और चार दिन का समय मांगा। अब तक चार बार एसआइटी के समक्ष पेश हो चुके हैं। उनके खिलाफ जमीन कब्जाने, लूटपाट, मकान तोडऩे, हत्या और हत्या के प्रयास आदि में 84 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं।