आजम खां के ड्रीम प्रोजेक्ट जौहर यूनिवर्सिटी पर छाए संकट के बादल Rampur News
किताबें चोरी के आरोप में चार कर्मचारियों की गिरफ्तारी से यूनिवर्सिटी स्टाफ में बेचैनी है। प्रवेश भी इस बार कम हुए हैं। इस तरह यूनिवर्सिटी पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
रामपुर, जेएनएन। मुहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी पर संकट के बादल छा गए हैं। पहले यूनिवर्सिटी की जमीनों को लेकर विवाद हुआ। इस पर अजीमनगर थाने में 27 मुकदमे दर्ज कराए गए। अब यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी से मदरसा आलिया की 25 हजार किताबें बरामद होने का मामला सामने आया है। यूनिवर्सिटी के चार कर्मचारियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रशासन ने यूनिवर्सिटी का गेट लोक निर्माण विभाग की जमीन पर बताते हुए इसे तोडऩे के आदेश जारी कर दिए हैं। यूनिवर्सिटी की 140 बीघा जमीन का पट्टा भी निरस्त कर दिया गया है। यूनिवर्सिटी में खर्च हुए 88 करोड़ और शत्रु संपत्ति की जांच भी एसआइटी को सौंप दी गई है। इस सबके चलते जौहर यूनिवर्सिटी के भविष्य पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। जौहर यूनिवर्सिटी सांसद आजम खां का ड्रीम प्रोजेक्ट है। यूनिवर्सिटी में इंजीनियङ्क्षरग, एमबीए, और कानून के साथ ही तमाम कोर्स की पढ़ाई कराई जा रही है। मेडिकल कॉलेज का निर्माण भी चल रहा है। मेडिकल कॉलेज में ही अस्पताल में चल रहा है लेकिन, मौजूदा हालात को देखते हुए तीन दिन से अस्पताल भी बंद है। यूनिवर्सिटी के सीइओ अब्दुल्ला आजम को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
आजम के समर्थन में उतरे संत, आत्मदाह की दी धमकी
सपा सांसद आजम खां के समर्थन में संत उतर आए हैं। अखिल भारतीय सनातन धर्म संत समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष संत स्वामीनाथ चतुर्वेदी ने धमकी दी है कि आजम के खिलाफ चल रही कार्रवाई बंद नहीं की गई तो 10 अगस्त को गांधी समाधि पर वह आत्मदाह कर लेंगे। उन्होंने बुधवार को संतों के साथ यूनिवर्सिटी पहुंचकर हंगामा भी किया। इस पर पुलिस ने पकड़ लिया और पुलिस लाइन ले गई। उनके साथ ही सपा के राष्ट्रीय महासचिव अरशद अली खां यूनिवर्सिटी गेट पर पहुंचे और प्रदर्शन किया। शाम को इन्हें छोड़ दिया गया। इस दौरान संत स्वामीनाथ चतुर्वेदी ने मीडिया को एक ज्ञापन दिया। मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन में कहा है कि महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मौलाना मुहम्मद अली जौहर के नाम पर स्थापित यूनिवर्सिटी को आगे बढ़ाने का काम किया जाए। आजम के खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस किए जाएं। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक का तत्काल रामपुर से स्थानांतरण किया जाए। आजम खां को भूमाफिया घोषित किए जाने के फैसले को तत्काल वापस लिया जाए और भूमाफिया घोषित करने वाले अधिकारियों को दंडित किया जाए। उधर अरशद अली खां ने भी आजम खां के खिलाफ की जा रही कार्रवाई को बदले की भावना से प्रेरित बताया। कहा कि सरकार आजम खां को बदनाम करने लिए कार्रवाई कर रही है। इसका विरोध किया जाएगा।
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