बदायूं जाते समय सड़क हादसे में बाल-बाल बचे आजम खा
मुरादाबाद : पूर्व मंत्री आजम खा की कार बदायूं जाते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गई। उनकी कार काफिल
मुरादाबाद : पूर्व मंत्री आजम खा की कार बदायूं जाते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गई। उनकी कार काफिले में आगे चल रही सुरक्षा कर्मियों की जिप्सी से टकरा गई और पलटने से बची। इस हादसे में पूर्व मंत्री बाल-बाल बचे।
मंगलवार की शाम हुआ हादसा
हादसा मंगलवार शाम को शाहबाद रोड पर हुआ। पूर्व मंत्री बदायूं जा रहे थे। उनके साथ उनके पुत्र विधायक अब्दुल्ला आजम, पूर्व पालिकाध्यक्ष अजहर खा, मीडिया प्रभारी फसाहत अली खा शानू, नगर अध्यक्ष आसिम राजा आदि भी थे। कई कारों का काफिला साथ चल रहा था। शाहबाद रोड पर पटवाई थाना क्षेत्र के ग्राम नवाबनगर के पास अचानक हादसा हो गया। पूर्व मंत्री की कार के आगे सुरक्षा में लगे पुलिस कर्मियों की जिप्सी चल रही थी, जिप्सी के सामने अचानक कई गाय आ गईं। इसी बीच एक बाइक सवार भी आ गया। इन्हे बचाने के लिए चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए। इससे पीछे आ रही पूर्व मंत्री की कार जिप्सी से टकरा गई। टक्कर के बाद कार अनियंत्रित हो गई और पलटने से बची। चालक ने किसी तरह कार पर नियंत्रण कर लिया। हादसे के बाद काफिला काफी देर वहा रुका रहा। बाद में सभी बदायूं के लिए रवाना हो गए। आबेडकर महासभा ने आजम के खिलाफ दर्ज कराई रिपोर्ट
समाजवादी पार्टी के शासनकाल में गाजियाबाद में दिए गए एक बयान को लेकर आबेडकर महासभा ने मंगलवार को पूर्व मंत्री आजम खा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। इसमें आरोप लगाया गया है कि उन्होंने डा. आबेडकर का अपमान किया है। महासभा के महामंत्री अमरनाथ प्रजापति की तहरीर पर हजरतगंज कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज की गई है। इससे पहले महासभा के अध्यक्ष और अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के चेयरमैन डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल ने प्रेस काफ्रेस कर दावा किया कि छह सितंबर, 2016 को गाजियाबाद में हज हाउस के उद्घाटन पर आजम ने बाबा साहेब डा. भीमराव आबेडकर के लिए कहा था कि इस आदमी के हाथ का इशारा कहता है कि जहा पर खड़े हैं, ये जमीन तो हमारी है और सामने वाला खाली प्लाट भी मेरा है। उस समय तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी मंच पर थे। निर्मल ने इसे पूरे दलित समाज के लिए अपमानजनक बताया और कहा कि आजम खा को अपने इस बयान के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मागनी चाहिए।
उन्होंने इस मसले पर बसपा प्रमुख मायावती पर भी निशाना साधा और कहा कि उन्होंने भी आजम के खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं करवाया था। मायावती को भी जवाब देना चाहिए कि जिस पार्टी का नेता आबेडकर के लिए इस तरह की बयानबाजी कर रहा हो, उसके साथ वह किस आधार पर गठबंधन करने जा रही हैं। उन्होंने माग की कि आबेडकर को जमीन माफिया बताने वाले आजम पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। इसके बाद महासभा की ओर से पुलिस में तहरीर दी गई।