Ayodhya Ram Mandir : श्री राम मंदिर निर्माण की आस पूरी, अमरोहा के कारसेवकों में उत्साह
Ayodhya Ram Mandir अयोध्या में राम मंदिर के लिए किए गए आंदोलन में अमरोहा के भी कार सेवकों ने अपना योगदान दिया था। अब सपना साकार होते देख वे काफी खुश हैं।
अमरोहा, जेएनएन। अयोध्या में भव्य श्री राम मंदिर के निर्माण का जीवन भर मन में जज्बा लिए आंदोलन करने वाले बुजुर्ग कारसेवक मंदिर निर्माण का सपना पूरा होने से खासे उत्साहित हैं।
तहसील क्षेत्र के गांव करनपुर माफी निवासी किसान कालीचरण सिंह के घर गुलाम भारत में 13 जुलाई 1946 को जन्मे राम किशोर सिंह चौहान ने श्री राम मंदिर निर्माण के आंदोलन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। 1992 में रामकिशोर भाजपा के हसनपुर ब्लाक अध्यक्ष थे। जुलाई 1992 में वह कारसेवा में शामिल हुए। 5 दिसंबर 1992 को अयोध्या में 50 कार्यकर्ताओं की टोली के साथ टोली नायक के रूप में अयोध्या में मौजूद थे। श्री चौहान एक बार मुरादाबाद तथा दो बार अमरोहा जनपद के भाजपा के जिलाध्यक्ष रह चुके हैं।
करीब 74 वर्षीय राम किशोर सिंह चौहान बुढ़ापे में उम्र के आखिरी पड़ाव पर हैं। अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण हेतु बुधवार को शिलान्यास होने से वह खासे उत्साहित हैं। उनका कहना है कि अपने जीवन में वह भव्य श्री राम मंदिर निर्माण का सपना पूरा होने से अपने लिए सौभाग्य समझते हैं।
उधर गंगेश्वरी के पूर्व विधायक तोताराम की भी श्री राम मंदिर के आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने लालकृष्ण आडवाणी के नेतृत्व में शुरू की गई कार सेवा में प्रतिभाग किया। हसनपुर के कारसेवकों में वह हमेशा आगे रहते थे। तोताराम गंगेश्वरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं वर्तमान में उनके बेटे राजीव तरारा मंडी धनौरा विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। 5 अगस्त को अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण हेतु शिलान्यास होने से तोताराम खुश हैं।
तहसील क्षेत्र के ग्राम कुआडाली निवासी उदय गिरी गोस्वामी भी भाजपा में करीब 35 वर्ष से सक्रिय हैं। वह पार्टी के जिलाध्यक्ष समेत विभिन्न पदों पर रह चुके हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से भी छात्र जीवन से जुड़े रहे उदयगिरि गोस्वामी राम मंदिर निर्माण के आंदोलनों में हमेशा आगे रहे हैं। अपने जीवन काल में वह राम मंदिर निर्माण का सपना पूरा होने पर खुद को सौभाग्यशाली समझते हैं। उनका कहना है कि 5 अगस्त को शिलान्यास के दिन वह घी के दीए जलाएंगे।
उधर हसनपुर निवासी अशोक असलम भी जीवन भर श्री राम मंदिर निर्माण के लिए तपस्या करते रहे हैं। 80 वर्ष से अधिक आयु पार कर चुके अशोक असलम इन दिनों बीमार चल रहे हैं लेकिन श्री राम मंदिर का निर्माण की खबरें सुनकर वह खासे उत्साहित हैं। श्री राम मंदिर निर्माण का सपना पूरा होने पर वह हाथ जोड़कर ईश्वर की कृपा बताते हैं।