Yoga and Home Remedies News: महंगे इलाज से बचना है ताे याेग व घरेलू उपचार से जीते जंग, जानिए कैसे दे संक्रमण काे मात
Yoga and Home Remedies News कोरोना महामारी से घबराइए नहीं। दिमाग में सकारात्मक सोच योग व घरेलू उपचार से कोरोना का नाश किया जा सकता है। शहर में ऐसे कई व्यक्ति हैं जिन्होंने शुरुआती में ही कोरोना संक्रमण को मात दी।
मुरादाबाद, जेएनएन। Yoga and Home Remedies News: कोरोना महामारी से घबराइए नहीं। दिमाग में सकारात्मक सोच, योग व घरेलू उपचार से कोरोना का नाश किया जा सकता है। शहर में ऐसे कई व्यक्ति हैं जिन्होंने शुरुआती में ही कोरोना संक्रमण को मात दी। लेकिन, यह सब तब संभव हुआ जब उनके मन में अपने स्वास्थ्य के प्रति लगन व सकारात्मक सोच थी। लोगों को कोरोना संक्रमण हुआ तो उन्होंने शुरुआत में ही भाप लेना शुरू कर दिया।
इसमें नीच व अदरक या विक्स मिलाकर भाप लेने से गले का संक्रमण के साथ बुखार से भी निजात मिली। इस आयुर्वेदिक घरेलू पचार में दिन में पांच बार नीम, अदरक या विक्स की भाप ली। साथ ही मंडी बांस स्थित आर्य समाज में योग प्रशिक्षक मनोज रस्तोगी से फेस बुक लाइव व अन्य इंटरनेट मीडिया के माध्यम से योग करना शुरू किया।
यह लोग हुए ठीक
मनोज रस्तोगी 25 सालों से निश्शुल्क योग सिखाते आ रहे हैं। शहर के चौराहा गली निवासी देवदीप, मंडी बांस के जगदीश गुप्ता, गुजराती मुहल्ला के मनोज कुमार, लाइनपार के ज्ञान प्रकाश शर्मा, रुद्रपुर के अवनीश गुप्ता ने फेसबुक व अन्य इंटरनेट माध्यम से अनुलोम-विलोम, प्रणायाम, भस्तरिका करने से कोरोना संक्रमण से खुद को ठीक किया। शुरुआत में भी ध्यान देने से अस्पतालों के महंगे इलाज से बचे।
ऐसे दी कोरोना को मात
बुखार आने पर चौथाई चम्मच विक्स या नीम, अदरक डालकर दिन में कम से कम पांच बार भाप ली। योग गुरु मनोज रस्तोगी कहते हैं कि संक्रमण शुरू में डेढ़ दिन नाक में रहता है। जिसके कारण नाक की गंध और स्वाद चले जाते हैं। अगले डेढ़ दिन में यह गले में चले जाते हैं। जिससे खांसी, जुकाम, खराश और सांस की समस्या होने लगती है। अगर ध्यान नहीं दिया तो चौथे दिन फेफड़ों में संक्रमण चला जाता है। यदि हम बुखार आते ही पहले दिन से ही प्रतिदिन सुबह से शाम तक पांच बार भाप लेते हैं तो वायरस को कंट्रोल करना आसान हो जाता है। ऐसा करने से फेफड़ों तक संक्रमण आने से रोका जा सकता है।
आयुर्वेदिक औषद्यियों को लेंगे तो मरेगा संक्रमण
गिलोय, काली मिर्च, अश्वगंधा, मुलैठी और तुलसी का काढ़ा दिन में दो बार पिएं। प्रतिदिन मौसमी फल, सूखे मेवे के साथ लहसुन, प्याज सब्जी में खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।