सियासी पिच पर चेतन के कप्तान थे अटल
मुरादाबाद। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारतीय टीम में यादगार पारी खेलने वाले क्रिकेटर चेतन चौहान के कप्तान अटल रहे।
मुरादाबाद। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारतीय टीम में यादगार पारी खेलने वाले क्रिकेटर चेतन चौहान की सियासी पिच के कप्तान पूर्व प्रधानमंत्री व भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी ही थे। उन्होंने ही उन्हें सफल राजनीति के लिए तराशा था। हर होली और दीवाली पर श्री वाजपेयी का आशीर्वाद लेने उनके आवास पर जाने वाले श्री चौहान को उनकी हालत सीरियस होने की सूचना मिली तो वह सभी कार्यक्रम रद कर दिल्ली चले गए। मगर रास्ते में ही उन्हें अपने सियासी गुरु के स्वर्गवास की सूचना ने झकझोर दिया।
कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान ने वर्ष 1985 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट जगत से सन्यास ले लिया था। इसके बाद उनका रुख राजनीति के जरिये समाज सेवा की ओर हो गया। मगर उन्हें इसकी एबीसीडी नहीं पता थी। इसके चलते उस दौर में उन्होंने कई सियासी दिग्गजों से मुलाकात की। मगर किसी से उनका मन नहीं मिला। इसी दौरान जब उनकी मुलाकात अटल बिहारी वाजपेयी से हुई तो वह उनके कायल हो गए। श्री चौहान बताते हैं कि अटल जी के प्रेरणा से ही उन्होंने वर्ष 1991 में पहली बार अमरोहा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा। चुनाव लड़ने के दांवपेंच भी अटल जी ने ही उन्हें सिखाए। इतना ही नहीं उनके प्रचार के लिए अटल जी अमरोहा भी पहुंचे। इस चुनाव में चेतन चौहान ने बाजी मार ली। इसके बाद उन्हें संसद में लगातार श्री वाजपेयी का सानिध्य मिलता रहा। इसके बाद चेतन चौहान को लगातार 1996, 1998, 1999 व 2004 में अमरोहा लोकसभा क्षेत्र के लिए भाजपा से टिकट मिला। गुरुवार को कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान मंडी धनौरा क्षेत्र में पार्टी के एक कार्यक्रम में व्यस्त थे। इसी दौरान उन्हें पता चला कि अटल बिहारी वाजपेयी की स्थिति गंभीर हो गई है। यह सुनते ही वह सभी कार्यक्रम रद कर कार से दिल्ली के लिए रवाना हो गए। मगर रास्ते में ही उन्हें अटल जी के निधन की सूचना मिल गई। चेतन चौहान ने बताया कि सक्रिय राजनीति में वह जहां आज खड़े हैं अटल जी की ही देन है। कहा कि हर होली और दीवाली पर वह आशीर्वादा लेने अटल जी के आवास पर जाया करते थे। अब उनकी कमी हमेशा सताती रहेगी।
चेतन जी होते तो न गिरती सरकार
मुरादाबाद। अमरोहा शहर के व्यापारी व समाजसेवी विनय माहेश्वरी ने बताया कि वर्ष 1998 में लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा प्रत्याशी चेतन चौहान की चुनावी सभा को संबोधित करने अटल बिहारी वाजपेयी अमरोहा के जीआइसी ग्राउंड में आए थे। यहां उन्होंने मंच से कहा था कि अगर 1996 में चेतन जी हमारे साथ होते तो हमारी सरकार नहीं गिरती। उल्लेखनीय है कि 1996 में हुए लोकसभा चुनाव में चेतन चौहान हार गए थे। वहीं संसद में एक वोट की कमी के चलते श्री वाजपेयी की सरकार गिर गई थी। उस समय चुनावी मंच का संचालन कर रहे श्री माहेश्वरी ने बताया कि अटल जी की उस सभा में ऐसा रंग जमा था कि चेतन चौहान भारी बहुमत से चुनाव जीत गए थे।