बंदूक के गए जमाने, युवा हुए पिस्टल-रिवाल्वर के दीवाने
मुरादाबाद(रितेश द्विवेदी) : असलहे का लाइसेंस लेने के लिए कलेक्ट्रेट में आवेदकों की कतारें लग गई हैं।
मुरादाबाद(रितेश द्विवेदी) : असलहे का लाइसेंस लेने के लिए कलेक्ट्रेट में आवेदकों की कतारें लग रही हैं। आवेदन प्रक्रिया कठिन होने के बाद भी लोग लाइसेंस लेने के लिए बेताब दिख रहे हैं। हालांकि सरकार ने जो असलहों के लाइसेंस लेने के लिए नीति निर्धारित की है,उससे जेब खर्च पर सबसे ज्यादा असर पड़ेगा। इसके बाद भी लोग आवेदन करने से पीछे नहीं हट रहे हैं। बीते एक सप्ताह में असलहा दफ्तर से लगभग एक हजार से ज्यादा आवेदन फार्म की बिक्री हो चुकी है,वहीं नए फार्म छपवाने के लिए प्रशासनिक अफसरों ने आर्डर भी जारी किए हैं। असलहा दफ्तर में पहचान पत्र दिखाने के बाद फार्म का वितरण किया जा रहा है। असलहे का फार्म लेने के लिए सबसे ज्यादा युवाओं में उत्साह दिख रहा है। युवाओं ने बंदूक और रायफल की जगह रिवाल्वर और पिस्टल लेने के लिए आवेदन फार्म लिए हैं। बीते चार सालों में विरासत ट्रांसफर को लेकर बड़ी संख्या में आवेदन आए हैं, लेकिन प्रशासनिक अफसरों ने इन आवेदनों पर भी लंबी जांच प्रक्रिया के बाद ही विचार किया है। असलहा दफ्तर में फार्म वितरण के साथ ही जमा करने की भी प्रक्रिया चल रही है। लेकिन जितने फार्म अभी तक बांटे गए हैं,उनमें से बहुत कम संख्या में लोग फार्म जमा करने के लिए आ रहे हैं। गौरतलब है कि मौजूदा समय में जनपद में 21 हजार लोगों के पास लाइसेंसी असलहे हैं। साल 2013 के बाद से किसी को भी लाइसेंस नहीं जारी करने का दावा प्रशासनिक अफसर करते हैं। किया जाएगा विचार : अपर जिलाधिकारी
असलहा दफ्तर में फार्म लेने और जमा करने में किसी को कोई दिक्कत न हो इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है। जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद लाइसेंस जारी करने पर विचार किया जाएगा।
-लक्ष्मीशंकर सिंह,अपर जिलाधिकारी प्रशासन।