बेटियों की शिक्षा और सुरक्षा को बनाया कन्या एप
मुरादाबाद (राघवेंद्र शुक्ल) : जिस उम्र में लोग पढ़ाई के साथ अपने करियर को लेकर उधेड़बुन मे
मुरादाबाद (राघवेंद्र शुक्ल) : जिस उम्र में लोग पढ़ाई के साथ अपने करियर को लेकर उधेड़बुन में रहते हैं उस उम्र में सम्भल के इशान समाज के बारे में भी सोचते हैं। अपनी इसी सोच को कन्या एप के जरिए विश्व स्तर पर पहचान दिलाई है। इशान का कहना है कि हमारी कोशिश है कि देश के अंदर बालिका शिक्षा की दर बढ़े और बेटिया सशक्त होकर उभरें। कक्षा 12वीं के छात्र हैं इशान
वर्ष 2001 में जन्मे इशान गोयल महज 17 वर्ष के हैं और नोएडा में कक्षा 12 के छात्र हैं। ईशान ने एक ऐसा एप बनाया है जो बेटियों की सुरक्षा के लिए मददगार साबित होगा। इसमें भारत के सभी राज्यों में चलने वाली सभी योजनाओं के साथ ही शिक्षा के क्षेत्र की जानकारिया भी उपलब्ध हैं। प्ले स्टोर से इसे आसानी से डाउनलोड किया जा सकता है। दैनिक जागरण से बातचीत में उन्होंने अपनी सोच को जाहिर किया। अपने घर में नजदीकी रिश्तेदार ताऊ, चाचा के 37 बेटियों के बीच के इकलौते ईशान को बेटियों की शिक्षा, सुरक्षा तथा स्वास्थ्य के क्षेत्र में मदद करने की भावना भी इसी वजह से जागी। ईशान बताते हैं कि इसी साल उनकी पीएनबी के सीईओ से दिल्ली में मुलाकात हुई थी। सक्षम प्रोजेक्ट को भी लाच कराया जिससे जरूरतमंद लोग अपनी बेटियों को हायर एजुकेशन दे सकते हैं। सक्षम प्रोजेक्ट के तहत वह पीएनबी की सरस्वती योजना की तरह अन्य योजनाओं का उल्लेख करते हुए इसे हर बेटियों तक पहुंचाने की कोशिश में जुटे हैं। इसी प्रकार कन्या एप में भी राज्य वार सरकारों की योजनाओं को डाला गया है ताकि इसका लाभ जरूरतमंद बेटिया उठा सकें। घर से मिली प्रेरणा : ईशान
ईशान ने बताया कि उन्हें इसकी प्रेरणा अपने घर से ही मिली है। वह कहते हैं कि मैं अपने रिश्तेदारों में 37 बहनों के बीच अकेला भाई हूं। मेरा उनसे काफी लगाव है। मेरी इच्छा है कि देश की सभी बहनें पढें़। यह बात सही है कि सरकार के पास तमाम योजनाएं हैं लेकिन ज्यादातर बेटियों को इन योजनाओं की जानकारी नहीं है। यदि इन्हें इसकी जानकारी दे दी जाए तो वह सशक्त होकर उभरेंगी।