मुरादाबाद में चकबंदी लेखपाल को 30 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा Moradabad News
जमीन की पैमाइश से जुड़े एक मामले में चकबंदी कार्यालय में तैनात लेखपाल विजय कुमार लगातार रिश्वत की मांग कर रहा था। पीडि़त ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम से कर दी।
मुरादाबाद: भ्रष्टाचार निवारण संगठन (एंटी करप्शन) की टीम ने किसान की शिकायत पर चकबंदी लेखपाल विजय कुमार को 30 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ दबोच लिया। लेखपाल ने यह रकम सीओ चकबंदी की कोर्ट में 16 बीघा जमीन को लेकर चल रहे मुकदमे का फैसला किसान के हक में कराने के लिए मांगी थी। आरोपित के खिलाफ थाना कटघर में रिपोर्ट दर्ज कराकर जेल भिजवा दिया गया है।
जनपद रामपुर के ग्राम गदईखेड़ा निवासी वीर नारायण के परिवार की एक हेक्टेयर यानी करीब 16 बीघा जमीन मूंढ़ापांडे इलाके में हैै। थाना कटघर इलाके के गोविंदनगर में चकबंदी दफ्तर है। 2012 वीर नारायण ने अपनी जमीन का रकवा ठीक कराने के लिए सीओ चकबंदी गोरखनाथ की कोर्ट में मुकदमा किया था। तहसीलदार और एसडीएम का फैसला भी वीर नारायण के हक में था। वीर नारायण ने बताया कि सीओ उनके मुकदमे को कई साल से लटकाए थे। वजह यह थी कि उन्हें मुकदमा फाइनल करने को मोटी रकम चाहिए थी। पहले वकील साहब के जरिए उनकी सीओ से मुकदमा अपने हक में कराने को बात चल रही थी। इसी बीच सीओ ने उनसे कहा कि लेखपाल से बात कर लो। यह जो कहें कर देना काम हो जाएगा। लेखपाल ने वीर नारायण से काम कराने के लिए 70 हजार रुपये मांगे और मुकदमा उनके हक में कराने का भरोसा दिलाया। 30 हजार रुपये एडवांस देने की बात हुई। इसी बीच परेशान होकर वीर नारायण भ्रष्टाचार निवारण संगठन कार्यालय पहुंच गया। उसके अपना दर्द सुनाकर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। भ्रष्टाचार निवारण संगठन के प्रभारी निरीक्षक अब्दुल रज्जाक ने शिकायत कर्ता को लेखपाल के घर भेज दिया। उन्होंने नोटों पर केमिकल लगा दिया डीएम के दो गवाह भी उनके साथ थे। वीर नारायण ने जैसे ही लेखपाल के घर पहुंचकर रकम दी एंटी करप्शन की टीम ने उसे रंगेहाथ दबोच लिया। वहीं लेखपाल के हाथ धुलाकर वीडियोग्राफी कराई गई। आरोपित के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा में मुकदमा दर्ज करके जेल भिजवा दिया गया है।