बुखार से एक और मौत, गांव में मचा हड़कंप
मूंढापांडे के गांव झौंडा में चार वर्षीय ध्रुवी पुत्री राजेंद्र सिंह की मौत हो गई।
मुरादाबाद : मूंढापांडे के गांव झौंडा में चार वर्षीय ध्रुवी पुत्री राजेंद्र सिंह की मौत हो गई। इससे गांव में हड़कंप मच गया है। गांव के तीन दर्जन से ज्यादा लोग बुखार से पीड़ित हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से गांव में दवा का वितरण नहीं किया गया है। झोलाछाप मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। पैसा वसूलने के बाद उनकी जिंदगी को भी खतरे में डाल रहे हैं।
एक दिन पहले तीन की हो चुकी है बुखार से मौत
मंगलवार को गांव हृदयपुर में 70 वर्षीय हुनरवती पत्नी रामरतन, 40 वर्षीय सर्वेश पत्नी अरमान सिंह की दिमागी बुखार से मौत हो गई थी। रविवार को 11 वर्षीय अंशुल पुत्री विपिन की मौत हो चुकी है। इससे गांव में हड़कंप मच गया। गांव में दो दर्जन से ज्यादा लोग बुखार की चपेट में हैं। मूंढापांडे स्वास्थ्य केंद्र में भी शिविर नहीं लगाया गया है। अब झौंडा गांव में मौत होने से गांव के लोगों में बुखार की दहशत फैली हुई है। झोलाछाप दवा के नाम पर मरीजों से मोटी रकम वसूल रहे हैं। ध्रुवी को भी उसके परिजनों ने झोलाछाप को दिखाया था।
झोलाछाप से न कराएं उपचार
झोलाछाप के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। गांव-देहात में दुकानों पर बैठे झोलाछाप से इलाज न कराएं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर चिकित्सक को दिखाएं। स्वास्थ्य केंद्रों पर दवाएं उपलब्ध हैं। डॉ. दिनेश कुमार प्रेमी, एडिशनल सीएमओ
बुखार के मरीजों से अस्पताल फुल
बुखार का प्रकोप फैला हुआ है। जिला अस्पताल भी बुखार और डायरिया के मरीजों से फुल है। ओपीडी में भी सुबह से दोपहर तक पांच सौ से ज्यादा मरीज बुखार के आ रहे हैं। फिजिशियन डॉ. एनके मिश्रा ने बताया कि तेज बुखार में माथे पर सादे पानी की पट्टी रखते रहे। टेम्प्रेचर बढ़ने न दें। इसके अलावा खून की जांच जरूरी है। सादा और ताजा खाना खाएं। बासी खाने से बचें।
डेंगू के लक्षण
- हाथों-पैरों में दर्द
- भूख कम लगना
- जी मचलाना
- उल्टी और दस्त
- तेज बुखार और ठंड लगना
- सिर और आखों में दर्द
- शरीर और जोड़ों में दर्द
- त्वचा पर लाल धब्बे पड़ना
- शरीर में कमजोरी आना
- आख और नाक से खून आना
चिकनगुनिया के लक्षण
- तेज बुखार
- जोड़ों में तेज दर्द
- तेज सिर दर्द
- चक्कर आना
- उल्टी होना
- शरीर में जकड़न
- रैशेज या चकत्ते पड़ जाना
- मासपेशियों में खिंचाव और दर्द
सफाई का रखें विशेष ध्यान
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. शांतनु दत्त ने बताया कि इन दिनों वायरल फीवर से पीड़ित बच्चे आ रहे हैं। सबसे पहले घर में साफ-सफाई, घर के बर्तनों में पानी ढककर रखें। कूलर, गमले आदि का पानी हर रोज बदलें। मच्छरों को पैदा न होने दें। घर की नालियों में एंटी लार्वा का छिड़काव करें। बुखार आने पर फौरन चिकित्सक को दिखाएं।