अमरोहा के राशन की दुकान खतरनाक, कोरोना से बचाव के नहीं हैं इंतजाम
जिलाधिकारी उमेश मिश्र ने बताया पहले दिन जनपद में करीब डेढ़ लाख कार्डधारकों को राशन का वितरण किया गया है। बाकी दिनों में बचे कार्डधारकों को भी राशन बांट दिया जाएगा।
अमरोहा, जेएनएन। जिले में राशन की दुकानों पर बहुत लापरवाही बरती जा रही है। यहां कोरोन वायरस से बचाव के लिए कोई इंतजाम नहीं है। यह स्थति काफी खतरनाक साबित हो सकती है। डीलरों ने दुकानों पर कार्डधारकों के हाथ धोने के लिए न तो साबुन रखा है और न ही सैनिटाइजर। इतना ही नहीं कुछ डीलरों को नोडल अधिकारी तक की जानकारी नहीं थी। न ही नोडल अधिकारी राशन वितरण कराने के लिए दुकानों पर पहुंचे।
गांव की पहली दुकान पर डीलर ताहिर हुसैन खाद्यान्न बांट रहे थे। यहां कोरोना से बचाव के लिए कोई इंतजाम नहीं था। सैनिटाइजर व साबुन तक नहीं रखा गया था। कार्डधारक बगैर हाथ धोए ही मशीन में अंगूठा लगा रहे थे। मौके पर नोडल अधिकारी नहीं थे। इस दुकान से 589 कार्डधारकों को राशन बांटा जाना है।
गांव डिडौली का हाल
यह दुकान दूसरी है, जिससे 575 कार्डधारकों को राशन बंटना है। उक्त समय तक केवल 150 कार्डधारकों को ही राशन बंटा था। डीलर कल्लू खां बगैर मास्क पहने राशन का वितरण कर रहे थे। दुकान पर कार्डधारकों के हाथ धोने के लिए सैनिटाइजर व साबुन नहीं था। नोडल अधिकारी के बारे में पूछने पर डीलर ने कहा कि पता नहीं कौन हैं।
गांव पूरनपुर का हाल
यहां सबकुछ ठीक-ठाक मिला। राशन डीलर दीवान ¨सह मास्क पहनकर गेहूं व चावल कार्डधारकों को वितरित कर रहे थे। प्रत्येक कार्डधारक के साबुन से हाथ धुलवा रहे थे। नोडल अधिकारी सुनील कुमार भी मौके पर मौजूद थे। डीलर ने बताया कि 612 में से 250 कार्डधारकों को राशन बांटा जा चुका है