Amroha Cows Death Case में भाजपा के पूर्व विधायक का भाई गिरफ्तार, ग्राम सचिव भी जा चुके हैं जेल
Amroha Cows Death Case यूपी के अमरोहा जनपद की सांथलपुर गोशाला में विषैला चारा खाने से 61 गायों की मृत्यु के मामले में पुलिस ने पूर्व विधायक हरपाल सिंह के भाई ग्राम प्रधान रामौतार सिंह को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
जागरण संवाददाता, अमरोहा। Amroha Cows Death Case : यूपी के अमरोहा जनपद की सांथलपुर गोशाला में विषैला चारा खाने से 61 गायों की मृत्यु के मामले में पुलिस ने पूर्व विधायक हरपाल सिंह के भाई ग्राम प्रधान रामौतार सिंह को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
ग्राम प्रधान गोशाला समिति का अध्यक्ष व ग्राम विकास अधिकारी सचिव होता है। इन दोनों के ऊपर ही गोशाला में पशुओं की देखरेख एवं खानपान की जिम्मेदारी होती है। सचिव को एक दिन पहले ही जेल भेजा जा चुका है। रविवार को गोशाला में पंजीकृत 188 पशुओं की व्यवस्था के लिए जिम्मेदार ग्राम प्रधान रामौतार सिंह काे पुलिस ने लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपित को न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
हालांकि गोशाला को चारा सप्लाई करने वाला ठेकेदार ताहिर 25 हजार का इनाम घोषित होने के बावजूद पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है। उल्लेखनीय है कि शनिवार को गायों की मृत्यु के मामले में पशु क्रूरता व देखभाल में लापरवाही के आरोप में ग्राम विकास अधिकारी अनस, चारा काटने वाले इमरान तथा गोशाला में गायों की देखरेख व चारा खिलाने वाले कर्मचारी शीशपाल, अमरजीत, नेमपाल, सहदेव, महेश व नौसिंह को जेल भेजा गया था।
इस तरह अब तक इस मामले में गिरफ्तार होने वाले आरोपितों की संख्या नौ हो गई है। पुलिस क्षेत्राधिकारी सतीश चंद पाण्डेय ने बताया कि गोशाला में गायों की मृत्यु के मामले में ग्राम प्रधान रामौतार सिंह को गिरफ्तार कर चालान किया गया है।
आरोपित के दो भाई रह चुके हैं विधायक
सांथलपुर ग्राम पंचायत के प्रधान एवं गोशाला समिति के अध्यक्ष रामौतार सिंह पूर्व विधायक प्रीतम सिंह व हरपाल सिंह के छोटे भाई हैं। प्रीतम सिंह गंगेश्वरी सुरक्षित विधानसभा से वर्ष 1991 व 1993 में लगातार दो बार भाजपा के टिकट पर विधायक चुने गए थे जबकि, हरपाल सिंह वर्ष 2007 से 2012 तक इसी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के विधायक रहे हैं। इसके अलावा हरपाल सिंह भाजपा के समर्थन से गजरौला के चेयरमैन भी रह चुके हैं।
आरएसएस एवं भाजपा संगठन में भी लंबे समय तक कार्य कर चुके हैं। गत विधानसभा चुनाव से पहले हरपाल सिंह भाजपा छोड़कर पहले रालोद व बाद में बसपा का दामन थाम लिया था। बसपा के टिकट पर उन्होंने सुरक्षित धनौरा विधानसभा से चुनाव लड़ा था जिसमें भाजपा प्रत्याशी से हार गए थे। सांथलपुर ग्राम पंचायत की प्रधानी पर भी सर्वाधिक इसी परिवार का कब्जा रहा है।
क्या कहते हैं अधिकारी
भाजपा के पूर्व विधायक और बसपा नेता हरपाल सिंह ने बताया कि हमारा परिवार हमेशा से गोवंश की रक्षा करने वाला परिवार रहा है। 61 गायों की मृत्यु से पूरा परिवार दुखी है। ग्राम प्रधान रामौतार गोशाला में गायों की पूरी निष्ठा से सेवा करा रहे थे। अज्ञानता के कारण चारे में नाइट्रोजन नाइट्रेट का प्रकोप होने से गोवंश की मौत हुई है। इसमें हम न्याय की मांग कर रहे थे लेकिन, दुर्भाग्य की बात है कि प्रशासन पूरी तरह से अन्याय कर रहा है। उम्मीद है कि न्यायालय से इस मामले में न्याय मिलेगा।