आयुष्मान से फिर अपने पैरों पर खड़े होंगे अमीर Moradabad news
अमीर का जमीन पर गिरने से कूल्हा खराब हो गया।
अमरोहा : आठ बच्चे और पत्नी को मिलाकर दस लोगों का कुनबा। ऐसे में घर का खर्च चलाने वाले मुखिया को तगड़ा करंट लगा। जमीन पर गिरने से कूल्हा खराब हो गया। परिवार तंगहाल हो गया। आपरेशन पर चार लाख का खर्च। ऐसे में आयुष्मान योजना साबित हुई वरदान। जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने कूल्हे का सफल ऑपरेशन कर अमीर अहमद को सेहत से गरीब नहीं होने दिया।
कूल्हे के ऑपरेशन के लिए डाक्टरों ने बताया चार लाख का खर्च
शहर के मुहल्ला दानिशमंदान निवासी अमीर अहमद ढोलक कारीगर हैं। उनके परिवार में पत्नी नाज्मा के अलावा चार बेटियां व चार बेटे हैं। अपनी कारीगरी के हुनर से वह पूरे परिवार को बोझ अपने कंधों पर उठाए थे। मगर दो साल पहले वह अचानक नल में उतरे करंट की चपेट में आ गए। करंट के झटके से दूर जाकर गिरे। इलाज से सही तो हो गए मगर छह महीने बाद लंगड़ाने लगे। चिकित्सकों को दिखाया तो पता चला कि गिरने के कारण बायीं ओर का कूल्हा खराब हो चुका है। निजी अस्पताल में कूल्हे के आपरेशन को लगभग चार लाख रुपये चाहिए थे। उम्मीदें टूटने लगीं और परिवार बेसहारा हो गया। धीरे-धीरे अमीर ने चारपाई पकड़ ली। उनके बेटों ने किसी तरह मेहनत मजदूरी शुरू कर परिवार का खर्च अपने कंधों पर उठाना शुरू किया। ऐसे में अमीर को किसी ने आयुष्मान योजना का लाभ उठाने की सलाह दे दी।
सीएमओ की सलाह पर जिला अस्पताल में दिखाया
इसके बाद अमीर अहमद ने सीएमओ डॉ. रमेश चंद्र शर्मा से संपर्क किया। उन्होंने जिला अस्पताल में दिखाने की सलाह दी। जब अमीर जिला अस्पताल पहुंचे तो यहां उन्हें डॉ. सुनील तेवतिया ने देखा। कुछ जांचें करने के बाद तेवतिया ने खुद ही अपनी टीम के साथ उनके कूल्हे का ऑपरेशन का फैसला लिया। शुक्रवार को अमीर का सफल आपरेशन हो गया। आज अमीर के पूरे परिवार में खुशी का माहौल है। टूटी उम्मीदें फिर बंध गई हैं। अमीर अहमद की बड़ी बेटी फरहीन ने कहा कि सरकार की आयुष्मान योजना ने उनके पिता को नई ङ्क्षजदगी दे दी। अगर यह योजना न होती तो शायद उनके पिता का ऑपरेशन भी नहीं होता।
अमीर का नहीं हुआ एक रुपया भी खर्च
सीएमओ डॉ. रमेश चंद्र शर्मा ने बताया कि मुरादाबाद मंडल में अमरोहा का जिला संयुक्त अस्पताल पहला ऐसा अस्पताल बन गया है जिसमें कूल्हे का सफल आपरेशन किया गया है। आयुष्मान योजना के तहत अमीर अहमद का एक रुपया भी खर्च नहीं हुआ। डॉ. तेवतिया ने अपनी टीम के साथ बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए जिला अस्पताल में ही अमीर के कूल्हे का प्रत्यारोपण कर दिया।