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सोमवार को रामपुर आएंगे अखिलेश यादव, तय होगी रणनीति Rampur News

जिला प्रशासन की ओर से गृह विभाग को भेजी रिपोर्ट। डीएम ने शासन को पत्र लिखकर तिथि आगे बढ़ाने का किया अनुरोध।

By Narendra KumarEdited By: Published: Sun, 08 Sep 2019 01:03 AM (IST)Updated: Sun, 08 Sep 2019 07:05 AM (IST)
सोमवार को रामपुर आएंगे अखिलेश यादव, तय होगी रणनीति  Rampur News
सोमवार को रामपुर आएंगे अखिलेश यादव, तय होगी रणनीति Rampur News

रामपुर, जेएनएन। सपा मुखिया अखिलेश यादव सोमवार को शाम चार बजे रामपुर आएंगे और वहीं रात्रि विश्राम करेंगे। उनके आगमन को उपचुनाव के साथ-साथ आजम प्रकरण में आगामी रणनीति से जोड़कर भी देखा जा रहा है। हालांकि अभी तक के कार्यक्रम में आगामी रणनीति रामपुर आकर ही बनना बताया जा रहा है। 

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रामपुर में पिछले दो माह से सांसद आजम खां और सपा नेताओं के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई हो रही है। आजम खां के खिलाफ जमीन कब्जाने, मकान तोडऩे, लूटपाट करने, किताबें और भैंस चुराने व हत्या के आरोप में 73 मुकदमे दर्ज कराए जा चुके हैं। इनमें से अकेले 30 मुकदमे जमीन कब्जाने से संबंधित हैैं। प्रशासन उन्हें भू माफिया भी घोषित कर चुका है। आजम खां भी रामपुर नहीं आ रहे हैं, जबकि विधानसभा उपचुनाव करीब हैं। ऐसे में सपा मुखिया अखिलेश यादव सपाइयों में जोश भरने रामपुर आ रहे हैं। सपाई भी उनके कार्यक्रम को सफल बनाने में जुट गए हैं। जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया कि नौ सिंतबर को शाम चार बजे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आने का कार्यक्रम मिला है। वह यहां रात्रि विश्राम भी करेंगे। नौ सितंबर की रात में कर्बला के शहीदों की याद में शहर में अनेक कार्यक्रम होते हैं। अजादार जुलूस भी निकालते हैं। अगले दिन दस सिंतबर को भी जिलेभर में जुलूस निकाले जाएंगे। ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से कार्यक्रम को आगे बढ़ाया जाना चाहिए। इस संबंध में गृह विभाग को रिपोर्ट भेजी है।

सपाइयों ने अगस्त में भी किया था आंदोलन

आजम खां प्रकरण को लेकर सपाइयों ने एक अगस्त को आंदोलन किया था। तब पुलिस ने आसपास के जिलों से सपाइयों को रामपुर आने से पहले ही रोक दिया था। उस दिन आजम खां के बेटे अब्दुल्ला आजम के नेतृत्व में रामपुर के सपाइयों ने आंदोलन किया तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया था। इससे एक दिन पहले पुलिस ने जौहर यूनिवर्सिटी पर छापा मारकर किताबें बरामद की थीं। चार कर्मचारियों को भी गिरफ्तार किया था। इस कार्रवाई का विरोध करने पर अब्दुल्ला को हिरासत में लिया था लेकिन, शाम को छोड़ दिया था। इसके विरोध में ही सपाइयों ने आंदोलन किया। इसके बाद नौ अगस्त को रामपुर में गांधी समाधि पर धरना दिया। एक सितंबर को पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने रामपुर आकर पूर प्रकरण की जानकारी ली थी। उन्होंने कहा था कि प्रशासन आजम खां की आवाज दबाने का प्रयास कर रहा है। तीन सितंबर को सपा संरक्षक मुलायम ङ्क्षसह यादव भी आजम खां के बचाव में आ गए। उसी दिन से कयास लगाए जा रहे थे कि सपा आजम प्रकरण को लेकर आंदोलन कर सकती है। अब अखिलेश रामपुर आ रहे है। ऐसे में क्या रणनीति होगी। इस पर सभी की नजर है।


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