एक साल से जेल में बंद आजम खां के लिए साइकिल यात्रा निकालेंगे अखिलेश, तैयारियांं शुरू
साइकिल यात्रा लखनऊ तक निकलेगी। इसमें पार्टी के तमाम नेता शामिल रहेंगे। अखिलेश खुद रामपुर में 11 किलोमीटर लंबी साइकिल यात्रा करेंगे। वह रात्रि विश्राम भी रामपुर में करेंगे। यूनिवर्सिटी में 12 मार्च को ही जनसभा भी होगी।
मुरादाबाद, जेएनएन। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं सांसद आजम खां साल भर से बेटे संग जेल में बंद हैं। उनकी पत्नी भी 10 माह बाद जेल से छूटी हैं। अब सपा मुखिया अखिलेश यादव उनके लिए साइकिल यात्रा निकालने जा रहे हैं। यह यात्रा रामपुर से शुरू होगी और लखनऊ में जाकर समाप्त होगी।
कानूनी शिकंजे में फंसे सांसद आजम खां के खिलाफ पिछले दो साल में बड़े पैमाने पर कार्रवाई हुई है। उनके खिलाफ 86 मुकदमे विचाराधीन हैं, चार में जमानत होना बाकी है। उनकी पत्नी शहर विधायक डा. तजीन फात्मा के खिलाफ 34 और बेटे अब्दुल्ला के खिलाफ 44 मुकदमे दर्ज हैं। उनकी बहन और बड़े बेटे अदीब के खिलाफ भी मुकदमे दर्ज हुए हैं, यानी पूरे परिवार पर ही मुकदमों का बोझ है। आजम खां पिछले साल 26 फरवरी को पत्नी और बेटे अब्दुल्ला समेत अदालत में हाजिर हुए थे। तब कोर्ट ने तीनों को जेल भेज दिया था। आजम खां तब से ही सीतापुर की जेल में हैं। इस दौरान प्रशासन ने उन्हेंं भू माफिया भी घोषित कर दिया। उनकी जौहर यूनिवर्सिटी की जमीन भी सरकार के खाते में दर्ज करा दी गई। यूनिवर्सिटी की दीवारों पर बुलडोजर भी चलवाया गया। उनके पिता के नाम पर बने पार्क का नाम भी बदल दिया। इस सबके बावजूद सपा मुखिया अखिलेश यादव कोई बड़ा आंदोलन नहीं कर सके। जनवरी माह में उनकी पत्नी से मिलने के लिए शायर इमरान प्रतापगढ़ी और मध्य प्रदेश के कांग्रेसी विधायक रामपुर आए। इसी दौरान ऐसी भी चर्चा हुई कि असदउद्दीन ओवैसी भी आजम खां से मुलाकात करना चाहते हैं। इसके बाद सपा नेताओं के कान खड़े हुए और दो दिन बाद ही सपा मुखिया अखिलेश यादव रामपुर पहुंच गए। आजम खां की पत्नी से मुलाकात की। साथ ही बजट सत्र के बाद साइकिल यात्रा निकालने की बात कह गए। अब 12 मार्च से रामपुर से साइकिल यात्रा निकालने जा रहे हैं।
तैयारियों में जुटे सपाई
साइकिल यात्रा को लेकर सपाई भी तैयारियों में जुट गए हैं। सपा नेता फरहान खां ने बताया कि आठ मार्च को सपा कार्यालय पर 12 बजे जिले के कार्यकर्ताओं की और शाम सात बजे शहर के कार्यकर्ताओं की मीटिंग होगी, जिसमें साइकिल यात्रा की तैयारी को लेकर रणनीति बनाई जाएगी। पदाधिकारियों को जिम्मेदारी भी सौंपी जाएंगी।