गन्ना विभाग के सर्वे में फिर फर्जीवाड़ा, बिना खेत वालों को जारी कर दी पर्ची Sambhal News
जिला गन्ना अधिकारी कुलदीप सिंह ने गांव दीपपुर के फर्जी सट्टे के प्रकरण में बताया कि 24 में से 13 लोगों की जांच रिपोर्ट आ चुकी है। 11 लोगों की रिपोर्ट आनी बाकी है ।
सम्भल, जेएनएन। जिले के गवां के रजपुरा स्थित डीएसएम शुगर मिल के किसानों के गन्ना सर्वे में एक बार फिर से फर्जीवाड़े का खेल उजागर हुआ है। 27 दिसंबर के अंक में भी दैनिक जागरण ने रजपुरा क्षेत्र के गांव दीपपुर में हुए गन्ना विभाग के फर्जी सर्वे का पर्दाफाश किया था। उस गांव में भी आठ ऐसे सट्टे पकड़े गए जिनके नाम खतौनी में दर्ज ही नहीं थे।
यह है पूरा मामला
क्षेत्र के गांव सिंघौला दौलतसिंह के मजरा परतापुर निवासी जयप्रकाश ने जिलाधिकारी संभल व मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत दी है कि उनके नाम पर 45 बीघा जमीन है लेकिन सर्वे की धांधली और भ्रष्टाचार के कारण मात्र तीन पर्ची ही प्राप्त हुई हैं। जयप्रकाश की पत्नी के नाम एक एकड़ जमीन है जोकि पूर्व में गन्ना समिति की सदस्या थी लेकिन उनका सट्टा खत्म कर दिया गया है जबकि शिकायतकर्ता जयप्रकाश के भाई का बीस बीघा गन्ना है उसको 79 पर्ची सट्टे से जारी हुई हैं। शीला देवी के नाम जमीन नहीं है फिर भी 54 पर्ची का सट्टा भ्रष्टाचार के कारण हुआ है जिसमें 3 हेक्टेयर जमीन के फर्जी दस्तावेज लगाए गए हैं। आरोप है कि सर्वेयर ने आर्थिक समझौता करके फर्जीवाड़ा किया है जबकि पात्र किसान परेशान हैं।
सीएम और डीएम से की शिकायत
पीडि़त जयप्रकाश ने जिलाधिकारी व मुख्यमंत्री से मांग की है कि फर्जीवाड़े की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। पात्र किसानों को उनका हक दिलाया जाए। अभी गांव दीपपुर व सिंघौला दौलतसिंह ही बेनकाब हुए हैं। अगर बारीकी से जांच कराई जाए तो बड़े पैमाने पर फर्जी सट्टे की पोल खुल जाएगी। गन्ना समिति रजपुरा के सचिव देशराज सिंह ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है।