अब्दुल्ला आजम के समर्थकों की कुर्की से रामपुर में गरमाया सियासी माहौल
मुरादाबाद : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मंत्री आजम खान के बेटे विधायक अब्दुल्ला
मुरादाबाद : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मंत्री आजम खान के बेटे विधायक अब्दुल्ला के समर्थकों की कुर्की से रामपुर का सियासी माहौल गर्मा गया है। सपा नेता कुर्की का विरोध कर रहे हैं। पुलिस पर जुल्म और ज्यादती बरतने का आरोप लगा रहे हैं। जबकि उनके विपक्षी इसे सही कार्रवाई बताते हुए आजम और अब्दुल्ला पर तमाम आरोप लगाते हुए उन्हें घेरने की तैयारी कर रहे हैं ।
शहर कोतवाली क्षेत्र में करीब सात माह पहले नवाब काजिम अली खान उर्फ नवेद मिया के बेटे हमजा मिया पर हमला हुआ था। हमला करने वाले अब्दुल्ला आजम के समर्थक थे। हमजा मियां ने इनके खिलाफ पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया था, जिसमें अब्दुल्ला को भी नामजद किया, लेकिन पुलिस ने विवेचना के दौरान अब्दुल्ला का नाम निकाल दिया था। उनके पाच समर्थकों के खिलाफ चार्जशीट लगा दी थी। कोर्ट में हाजिर न होने पर पुलिस ने पाच लोगों के खिलाफ कुर्की वारंट जारी कर दिए। तीन दिन पहले कोतवाली पुलिस ने पाचों की कुर्की कर दी। इससे आजम और उनके बेटे अब्दुल्ला पुलिस से नाराज हो गए। पुलिस पर जुल्म ज्यादती का आरोप लगाते हुए सड़क पर उतरने का ऐलान कर दिया। हाईकोर्ट में मुकदमा दायर करने की भी बात कही, लेकिन उनके तमाम विरोधी पुलिस की इस कार्रवाई से खुश है। वे आजम खा पर ही तरह तरह के आरोप लगा रहे हैं। पूर्व मंत्री नवेद मिया का कहना है कि अब आजम पर कानून का शिकंजा कसने लगा है। उनकी गर्दन किसी हाल में नहीं बच पाएगी, वह चाहे जितना छटपटा लें। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश महासचिव आसिम खा कहते हैं कि आजम ने सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहते रामपुर के लोगों पर बहुत जुल्म किए। सैकड़ों लोगों पर फर्जी मुकदमे दर्ज कराए। अब आजम इंसाफ के लिए कोर्ट जाने की बात कह रहे हैं। काग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष फैसल लाला कहते हैं कि अब्दुल्ला ने अपना नाम तो निकलवा लिया, लेकिन अपने दोस्तों की कुर्की करा दी। योगी सरकार में इंसाफ होगा और अपराधियों को सजा मिलेगी। एक दूसरे पर आरोप लगाए जाने से रामपुर में सियासी माहौल गरमाया हुआ है।