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कुवैत में बैठे युवक को बना दिया निकाह में गवाह Amroha news

नौगावां सादात में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में हुए घपले में नया मामला प्रकाश में आया है।

By Narendra KumarEdited By: Published: Thu, 31 Oct 2019 02:31 PM (IST)Updated: Thu, 31 Oct 2019 02:40 PM (IST)
कुवैत में बैठे युवक को बना दिया निकाह में गवाह Amroha news
कुवैत में बैठे युवक को बना दिया निकाह में गवाह Amroha news

आसिफ अली, (अमरोहा): नौगावां सादात में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में हुए घपले में नया मामला प्रकाश में आया है। घपलेबाजों ने एक नाबालिग छात्रा की शादी कराने के साथ ही उसके निकाह में उस व्यक्ति को गवाह बनाया है जो चार साल से कुवैत में नौकरी कर रहा है। मामला फंसता देख उसके हमनाम को दस हजार का लोभ देकर शपथ पत्र ले लिया। बाद में उसने भी खुद को बचाने के लिए असलियत खोल दी। इतना ही नहीं जिस युवक को दूल्हा दिखाया है, उसके साथ ही निकाह कराने का दावा करने वाले मौलाना के हस्ताक्षर भी फर्जी हैं। अब इस मामले में अफसरों ने नए सिरे से जांच बैठा दी है।

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यह था मामला

अगस्त 2018 व जनवरी 2019 में नगर पंचायत नौगावां सादात क्षेत्र में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 42 जोड़ों के निकाह कराए गए थे। इनमें फर्जी दस्तावेज तैयार कर पांच नाबालिग छात्राओं के भी निकाह कराकर योजना का लाभ दिलाया गया था। यह प्रकरण उस समय सामने आया जब कस्बे के रहने वाले अफसर अली ने सूचना के अधिकार कानून के तहत जानकारी मांगी। साथ ही मुहल्ला गूला तालाब निवासी एक युवक द्वारा जिलाधिकारी को शिकायती पत्र दिया गया कि योजना के तहत उसकी शादी नहीं हुई। जबकि अफसरों ने कस्बे के मुहल्ला शाहफरीद निवासी कक्षा दस की नाबालिग छात्रा से उसका निकाह होना दर्शाया है। इस सारे प्रकरण की जांच समाज कल्याण अधिकारी व तहसीलदार नौगावां सादात द्वारा भी की जा चुकी है परंत,ु उन्होंने अपनी जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया है। फातिमा गल्र्स इंटर कालेज से पांच में से सिर्फ दो छात्राओं के ही दस्तावेज मिले हैैं जिनमें दोनों नाबालिग हैं तथा उनके फर्जी दस्तावेज तैयार कर उन्हें बालिग दर्शा कर योजना का लाभ लिया गया है। 

मामले में आया नया मोड़

अभी तक अफसर जालसाजों को बचाने में जुटे हुए थे परंतु, अब इस मामले में नया मोड़ आया है। नाबालिग छात्रा के निकाह में जावेद अब्बास निवासी मुहल्ला हटावाला नाम के जिस व्यक्ति को गवाह दिखाया गया है वह चार साल से कुवैत में नौकरी कर रहा है। इससे बचने के लिए नगर पंचायत के अफसरों ने इसी नाम के मुहल्ला गूला तालाब निवासी युवक से फर्जी शपथ पत्र ले लिया। खुद को फंसता देख गूला तालाब निवासी युवक ने दूसरा शपथ पत्र अफसरों को सौंप दिया। इतना ही नहीं छात्रा के निकाह का कोई फोटो भी उपलब्ध नहीं है तथा निकाहनामा व शपथ पत्र पर मौलाना व युवक के हस्ताक्षर भी अलग-अलग हैं। दैनिक जागरण के पास उपलब्ध साक्ष्यों में भी यह गड़बड़ी शामिल है। अब अपर जिलाधिकारी ने फिर से मामले की जांच का आदेश दिया है। 

आरोपितों को जांच में क्लीन चिट दे चुके हैं अफसर

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में हुए घपलेबाजी में जालसाजों ने खुद को बचाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है। नगर पंचायत के ईओ द्वारा  28 अक्टूबर को जिला समाज कल्याण अधिकारी को भेजी गई रिपोर्ट में क्लीन चिट दी गई है। इसके साथ ही समाज कल्याण के दुष्यंत कुमार ने भी अपनी रिपोर्ट में क्लीन चिट दी है। इन दोनों जांच में जांच अधिकारियों ने न तो उम्र के मुद्दे पर जांच की और न ही गवाहों की। इतना ही नहीं तहसीलदार नौगावां सादात ने जांच रिपोर्ट गुप्त होने का हवाला देकर कुछ भी बताने से मना कर दिया था। 

घपला करने वालों से होगी रिकवरी

ईओ नौगावां सादात संदीप कुमार ने कहा कि घपला करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ अभियोग पंजीकृत करा कर रिकवरी भी कराई जाएगी। 

जांच के लिए इंस्पेक्टर को निर्देशित किया गया

सीओ सदर अजय कुमार ने बताया कि नौगावां सादात प्रभारी निरीक्षक को जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया गया है। अभी तक उन्होंने जांच में क्या प्रगति की इस संबंध में जानकारी कर तेजी लाई जाएगी। 


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