मुरादाबाद में छोटी से चिंगारी मचा सकती है बड़ी तबाही, जानिए क्या है वजह Moradabad News
देहात क्षेत्र में दो पटाखा गोदाम रिहायशी क्षेत्र में मिले। महानगर क्षेत्र में पांच पटाखा कारोबारियों के प्रतिष्ठान या गोदाम घनी आबादी के बीच मिले।
मुरादाबाद । प्रशासनिक लापरवाही व अग्नि शमन विभाग की उदासीनता के कारण महानगर बारूद के ढेर पर बैठा है। पांच पटाखा गोदाम महानगर में घनी आबादी के बीच हैं। इन्हें रिहायशी क्षेत्र से दूर करने की सिर्फ कागजी कोशिश हो रही है। दायित्व के प्रति प्रशासन की इस कदर उदासीनता किसी बड़े संकट को जन्म देने का कारण बन सकती है। अग्निशमन विभाग के मुताबिक पटाखा बनाने व बेचने के जनपद में कुल 27 लोगों पर लाइसेंस है। इनमें से दो व्यापारियों का कारोबार फिलहाल ठप बताया जा रहा है। शेष 25 कारोबारी पटाखा बनाने और इसे बेचने के कारोबार से अभी भी जुड़े हैं। इनमें से पांच व्यापारियों की दुकान अथवा गोदाम रिहायशी क्षेत्र में है। खास बात यह है कि यह सभी गोदाम व दुकान महानगर क्षेत्र में हैं। नागफनी थाना क्षेत्र में तीन गोदाम रिहायशी क्षेत्र में हैं। जबकि एक गोदाम मुगलपुरा व एक गोदाम कोतवाली क्षेत्र में है। यह छिपी बात नहीं कि तीनों ही थाना क्षेत्र घनी आबादी के बीच हैं। अनहोनी की स्थिति में हजारों लोगों की जान पर संकट हो सकता है। इसके बाद भी जिम्मेदार लापरवाही व दायित्व के प्रति कोताही बरत रहे हैं।
क्षमता से अधिक जखीरा
पटाखा कारोबार से जुड़े लोग प्रशासन की आंख में धूल झोंक कर क्षमता से अधिक बारूद का ढेर गोदाम में रखे हैं। तय मात्रा अथवा मानक का इनके द्वारा किया जा रहा उल्लंघन भी खतरे की घंटी बजा रहा है। जिला प्रशासन ने तीन कारोबारियों को तीन सौ से 1,200 किग्रा पटाखा रखने तक का लाइसेंस दे रखा है। तीन दुकानदारों को 50 से 500 किग्रा पटाखा रखने की अनुमति है। चार कारोबारी ऐसे हैं, जिन्हें 50 से 400 किग्रा पटाखा गोदाम में जमा करने की छूट है। शेष की क्षमता इससे कम है।
जांच में हुआ खुलासा
कुछ दिन पहले ही टीमें गठित कर पटाखा गोदाम की जांच की गई थी। देहात क्षेत्र के गोदाम की जांच अग्निशमन अधिकारी व महानगर क्षेत्र के गोदामों की जांच मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने की। सभी को नोटिस जारी कर गोदाम रिहायशी क्षेत्र से दूर ले जाने को कहा गया।
पटाखा गोदाम की लगातार निगरानी हो रही है। कारोबारियों से सख्ती के साथ गोदाम आबादी से दूर ले जाने को कहा गया है। कुछ लोगों ने अपना गोदाम हटा भी लिया है। जो गोदाम हटाने में लापरवाही करेगा, उसके खिलाफ रिपोर्ट भेजी जाएगी।
मुकेश कुमार, अग्निशमन अधिकारी, मुरादाबाद।