मौलाना अबुल कलाम की पुण्यतिथि पर मुरादाबाद में सम्मानित होंगे 50 शिक्षक
आजाद भारत के पहले शिक्षा मंत्री स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भारत रत्न से सम्मानित मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की 63वीं पुण्यतिथि यौमे बफात पर उन्हें खिराज-ए-अकीदत पेश की जाएगी। इस दौरान जिले के शिक्षकों को सम्मानित भी किया जाएगा।
मुरादाबाद। आजाद भारत के पहले शिक्षा मंत्री, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, भारत रत्न से सम्मानित मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की 63वीं पुण्यतिथि यौमे बफात पर उन्हें खिराज-ए-अकीदत पेश की जाएगी। अल्पसंख्यक कांग्रेस उत्तर प्रदेश के तत्वाधान में प्रदेश के सभी जनपदों में उनके जीवन पर प्रकाश डालने के लिए गोष्ठी का आयोजन होगा। इस दाैरान प्रत्येक जिले में 50 शिक्षकों को सम्मानित किया जाना है, इनमें 25 अल्पसंख्यक शिक्षक रहेंगे।
प्रदेश कोऑर्डिनेटर मुहम्मद अहमद ने बताया कि मौलाना अबुल कलाम आजाद भारत की राजनीति में अनेक महत्वपूर्ण राजनैतिक पदों पर रहे। उन्होंने हमेशा महात्मा गांधी के विचारों का समर्थन किया। वह पाकिस्तान गठन के घोर विरोधी थे। वह कांग्रेस के दो बार अध्यक्ष रहे। आज़ादी के बाद वे उत्तर प्रदेश के रामपुर ज़िले से 1952 में सांसद चुने गए थे। आजादी की लड़ाई में वे लंबे समय रांची की जेल में रहे। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी व शाहनवाज आलम के निर्देश पर अल्पसंख्यक कांग्रेस उत्तर प्रदेश की ओर से आज़ाद की पुण्यतिथि पर प्रत्येक जिले में शिक्षक सम्मान व उनके जीवन पर रोशनी डालने को प्रदेश भर में 22 फरवरी कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं।