सिर्फ स्वागत द्वारों पर ही खर्च कर दी विधायक निधि की 30 फीसद धनराशि, जानिए किसने किया ये कमाल Sambhal news
सपा शासनकाल में तमाम विधायकों ने मार्गों पर स्वागत द्वार बनवाए थे। इन स्वागत मार्गों की जो कीमत बताई गई उस पर तमाम लोगों ने सवाल खड़े किए थे।
सम्भल (सचिन चौधरी)। जिस पैसे कई गरीब लोगों को छत मिल सकती थी, जिस पैसे से सैकड़ों बच्चों के लिए स्कूल बन सकते थे, जिस पैसे हजारों लोगों के लिए सड़क का निर्माण हो सकता था, उस पैसे का दुरुपयोग करते हुए उन्हें खर्च कर दिया गया सिर्फ प्रवेश द्वारों पर। यह मामला है सपा शासनकाल के दौरान चन्दौसी विधानसभा क्षेत्र का।
सपा शासनकाल का है मामला
वर्ष 2012 से 2017 तक चन्दैसी की विधायक रहीं समाजवादी पार्टी की लक्ष्मी गौतम ने अपनी विधायक निधि का 30 फीसद हिस्सा सिर्फ स्वागत द्वारा पर ही खर्च कर दिया। सपा शासनकाल में विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों को लेकर हमेशा लोग सवाल उठाते रहे। इस दौरान पूरे विधानसभा क्षेत्र में 22 स्वागत द्वार बनाए गए। एक स्वागत द्वार का खर्च दस लाख रुपये से अधिक आया है। आरटीआइ से मिली जानकारी के अनुसार निधि का करीब 30 फीसद हिस्सा द्वार बनाने में खर्च कर दिया गया।
स्वागत द्वार पर कुल दो करोड़ 28 लाख खर्च
वर्ष 2012 में प्रदेश में सपा की सरकार बनी। चन्दौसी विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं ने लक्ष्मी गौतम को विधायक बनाया। वह पहली बार विधायक बनीं थीं। शुरुआत से ही वह पारिवारिक विवाद में उलझी रहीं। विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों को लेकर हमेशा लोग सवाल उठाते रहे लेकिन, विधायक ने लोगों का स्वागत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। लोगों का स्वागत करने के लिए उन्होंने अपनी निधि का 30 फीसद धन खर्च कर दिया। विधायक को हर साल डेढ़ करोड़ रुपये की निधि विकास कार्य के लिए मिलती थी यानी पांच साल में कुल साढ़े सात करोड़। अपने कार्यकाल में उन्होंने दो करोड़ 28 लाख रुपये सिर्फ स्वागत द्वार बनाने में खर्च कर दिए। पूरे विधानसभा क्षेत्र में 22 स्वागत द्वार बनवाए। हर स्वागत द्वार की कीमत लगभग दस लाख 38 हजार 200 रुपये। अगर यह पैसा विकास कार्य में लग जाता तो शायद कुछ और विकास क्षेत्र में हो सकता था।
स्वागत द्वार के खर्च पर उठे सवाल
एक स्वागत द्वार का दस लाख 38 हजार 200 रुपये खर्च चन्दौसी विधानसभा क्षेत्र में दिखाया गया है, जबकि यह स्वागत द्वार लोहे के हैं। लोगों की मानें तो ये स्वागत द्वार तीन से चार लाख रुपये में आसानी से बन सकते थे।
जो रुपये स्वागत द्वार बनाने में खर्च हुए हैं, उनसे मैं तो सड़क ही बनवाना चाहती थी लेकिन, क्षेत्र के लोगों की मांग थी कि स्वागत द्वार बनवाए जाएं। इसलिए पूरी विधानसभा क्षेत्र में स्वागत द्वार बनवाए गए।
लक्ष्मी गौतम, पूर्व विधायक चन्दौसी।