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Foreigners get citizenship: नौ साल में 21,211 विदेशी नागरिक बने भारतीय,मुरादाबाद के भी चार लोग शामिल Moradabad News

भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने आरटीआइ में दिया जवाब। मुरादाबाद में रह रहे पाकिस्तानी मूल के चार लोगों को मिली नागरिकता।

By Ravi SinghEdited By: Published: Thu, 25 Jun 2020 11:44 AM (IST)Updated: Thu, 25 Jun 2020 11:44 AM (IST)
Foreigners get citizenship: नौ साल में 21,211 विदेशी नागरिक बने भारतीय,मुरादाबाद के भी चार लोग शामिल Moradabad News
Foreigners get citizenship: नौ साल में 21,211 विदेशी नागरिक बने भारतीय,मुरादाबाद के भी चार लोग शामिल Moradabad News

मुरादाबाद (रितेश द्विवेदी)।नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश के सभी शहरों में तीन माह से अधिक समय तक धरना प्रदर्शन किए गए थे। नागरिक संशोधन कानून को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय से दैनिक जागरण ने आरटीआइ के माध्यम से छह सवाल पूछे थे। जिनमें से गृह मंत्रालय ने ज्यादातर सवालों का जवाब नहीं दिया।केवल एक सवाल के जवाब में गृह मंत्रालय के केंद्रीय जनसूचना अधिकारी बीसी जोशी ने जवाब दिया कि देश में साल 2011 से लेकर छह मार्च 2020 तक 21,211 विदेशी लोगों को भारतीय नागरिकता प्रदान की गई है। हालांकि, गृह मंत्रालय से यह भी पूछा गया था कि जिन लोगों को भारतीय नागरिकता प्रदान की गई, वह किस देश के निवासी हैं और किस वर्ष इन्हेंं नागरिकता प्रदान की गई, लेकिन इन सवालों का गृह मंत्रालय ने जवाब नहीं दिया। वहीं गृह मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि जिन लोगों को नागरिकता प्रदान की जाती है, उनके दस्तावेज सुरक्षित रखने की कोई अनिवार्यता नहीं है। ऐसे में इस सवाल के जवाब निल आया है।

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चार पाकिस्तानी नागरिकों की भारतीय नागरिकता

जनपद में अभी तक चार पाकिस्तानी नागरिकों को गृह मंत्रालय ने नागरिकता प्रदान की है। जिन लोगों को नागरिकता प्रदान की गई है, वह सभी महिलाएं हैं। हालांकि आवेदन करने वालों में महिलाओंं की संख्या ही अधिक है।

 मंडल में 42 लोगों नागरिकता के लिए किया आवेदन

नागरिकता संशोधन कानून लागू होने के बाद गृह मंत्रालय के नागरिकता पोर्टल में ऑनलाइन आवेदन किए जा रहे हैं। मंडल में अभी तक 42 लोगों ने भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन किया है। जिसमें 36 आवेदक पाकिस्तानी मूल के नागरिक है, जबकि दो आवेदक ने खुद को ईरानी मूल का बताया है। अन्य आवेदकों के द्वारा अपलोड किए गए प्रपत्रों में यह जानकारी नहीं दी गई कि वह मूलरूप से किस देश के निवासी है।

बोले आवेदक

13 सालों से भारतीय नागरिकता मिलने का इंतजार कर रही थी। कई बार उम्मीद टूट जाती थी, लेकिन फिर भी लगातार प्रयास करती रही, अब नागरिकता मिलने के बाद मुझे लग रहा है कि नई जिंदगी मिल गई। भारत सरकार का बहुत-बहुत आभार।

नरगिस, मुगलपुरा

15 सालों से लगातार वीजा अवधि बढ़वाकर भारत में निवास कर रही हूं, अभी तक मुझे नागरिकता नहीं प्रदान की गई है। हर बार दस्तावेज में कोई न कोई कमी बता दी जाती है। लेकिन, अभी उम्मीद नहीं टूटी है।

नजमा शाहीन, बारादरी

विदेशी नागरिकों की सूचना समय-समय पर एलआइयू के माध्यम से संकलित की जाती है। यह नियमित प्रक्रिया है। नागरिकता देने का काम केंद्रीय गृह मंत्रालय के स्तर से किया जाता है। स्थानीय स्तर पर आवेदनों की जांच करने के साथ ही रिपोर्ट भेजी जाती है।

राकेश कुमार सिंह, जिलाधिकारी


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