सवारी नहीं मिलने पर अमरोहा रोडवेज ने सरेंडर कीं 19 बसें
कोरोना काल में सवारी नहीं मिलने की वजह से परिवहन निगम को भी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। प्रयास के बावजूद मनमाफिक यात्री नहीं मिल रहे हैं।
अमरोहा। कोरोना काल में सवारी नहीं मिलने की वजह से परिवहन निगम के आदेश पर अफसरों ने जनपद में 19 रोडवेज बसों को सरेंडर कर दिया है। तेल की बर्बादी रोकने के लिए यह निर्णय लिया गया है। सभी बंद बसों को डिपो परिसर में खड़ा करा दिया गया है। 25 मार्च को सरकार ने कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए देश व प्रदेश में लॉकडाउन घोषित किया था। इसके चलते परिवहन निगम की सभी रोडवेज बसों का संचालन पूरी तरह बंद कर दिया गया। लॉकडाउन अनलॉक होते ही निगम ने बसों को संचालित कर दिया लेकिन, कोरोना की वजह से लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे थे।
इक्का-दुक्का लोग ही बसों में सवारी कर रहे थे। इस स्थिति को देखते हुए सरकार ने तेल की बर्बादी रोकने के लिए कुछ बसों को बंद करने के निर्देश निगम को दिए थे। निगम के आदेश मिलते ही अफसरों ने 19 बसों को पूरी तरह बंद कर दिया। इनको अमरोहा डिपो परिसर में ही खड़ा किया गया है। अधिकारियों की मानें तो उनका संचालन तभी होगा जब सवारियों की संख्या बढ़ेगी। निगम के आदेश पर ही 19 बसों को सरेंडर किया गया है। सवारियों के नहीं मिलने की वजह से बसें खाली आ रही थीं। तेल की बर्बादी भी हो रही थी। इसी को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। आरके जौहरी, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अमरोहा डिपो।