श्रमिकों ने बंद कराया क्रशर प्लांट, मानक की अनदेखी का आरोप
मानकों को ताक पर रख कर इस भीषण गर्मी में क्रेशर प्लांटों का संचालन किये जाने से जहां गेहूं की कटाई करने में किसानों/ मजदूरों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। वही लोगों का धूल एवं गर्दा से अहरौरा-जमुई रोड पर तक पहाड़ से भगौतीदेयी तक राह चलना दूभर हो गया है।
जागरण संवाददाता, अहरौरा (मीरजापुर) : मानकों को ताक पर रख कर इस भीषण गर्मी में क्रेशर प्लांटों का संचालन किये जाने से जहां गेहूं की कटाई करने में किसानों/ मजदूरों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। वही लोगों का धूल एवं गर्दा से अहरौरा-जमुई रोड पर तक पहाड़ से भगौतीदेयी तक राह चलना दूभर हो गया है। सोनपुर में गेहूं की कटाई करने वाले कुछ श्रमिकों ने आसपास चलने वाले कुछ क्रेशर प्लांटों पर जाकर उनको बंद करा दिया और चेतावनी दिया कि जब तक पानी का छिड़काव नहीं किया जाएगा प्लांट चलने नहीं देंगे।
क्षेत्र के सोनपुर, भगौतीदेयी लालपुर, धुरिया, कंचनपुर, जिगना इत्यादि स्थानों पर दर्जनों क्रेशर प्लांट लगे हुए है जो मानको को ताक पर रख कर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से प्रमाण पत्र तो लिए है लेकिन किसी के द्वारा भी इसका पालन नहीं किया जाता है। स्थिति यह है कि इस गर्मी में दिन रात धूल एवं पत्थर के कड़ उड़ रहे है। जिससे क्रेशर प्लांटों के अगल बगल रहने वाले लोगों का जिना दुश्वार हो गया है। लोग दमा एवं टीवी के शिकार हो रहे है। सोनपुर गांव निवासी श्रमिक बहादुर पाल, सत्यनारायण, अमरनाथ, सतीश, बृजेश आदि का कहना है कि गेहूं की कटाई करने में पूरा धूल आंख में भर जा रहा और खांसी आने लगती है†ा इसलिये प्लांट को बंद कराया गया है। वर्जन
'जो भी शिकायत मिली है उसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। जो क्रेशर प्लांट पानी का छिड़काव नहीं कर रहे हैं उनको सीज किया जाएगा।'
- आरबी सिंह, खान अधिकारी मीरजापुर।