चैत्र नवरात्र बाद शुरू होगा विध्यवासिनी कारिडोर का कार्य
विध्याचल में विध्यवासिनी कारिडोर को लेकर जनपद स्तर पर तैयारियां तेज कर दी गई हैं। स्थानीय लोगों की सहमति ली जा रही है और मकानों व दुकान की नाप की जा चुकी है। प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि चैत्र नवरात्र तक जमीनी स्तर पर तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी और नवरात्र के बाद कारिडोर निर्माण शुरू किया जाएगा।
- विध्य कारिडोर
- नवरात्र दर्शन में उमड़ने वाली भीड़ को देख लिया गया निर्णय
- इससे पूर्व सभी की सहमति लेने की हो रही है कोशिश
जासं, मीरजापुर : विध्याचल में विध्यवासिनी कारिडोर को लेकर जनपद स्तर पर तैयारियां तेज कर दी गई हैं। स्थानीय लोगों की सहमति ली जा रही है। मकानों व दुकान की नाप की जा चुकी है। प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि चैत्र नवरात्र तक जमीनी स्तर पर तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी और नवरात्र के बाद कॉरिडोर निर्माण शुरू किया जाएगा।
विध्याचल धाम में नवरात्र के दौरान रोजाना दो लाख से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं। किसी-किसी दिन यह आंकड़ा पांच लाख से उपर पहुंच जाता है। इतना ही नहीं विध्याचल धाम से लेकर काली खोह मंदिर व अष्टभुजा पहाड़ी पर भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। नगर मजिस्ट्रेट जगदंबा सिंह ने बताया कि नवरात्र के समय दर्शनार्थियों को कोई असुविधा न हो इसलिए यह कार्य नवरात्र बाद कराया जाएगा। यह कोशिश की जाएगी कि अगले शारदीय नवरात्र से पहले परिक्रमा पथ का कार्य पूरा कर लिया जाए। गंगा किनारे घाटों का निर्माण और सड़कों के चौड़ीकरण का कार्य भी किया जाएगा।
दी जा रही है नोटिस
विध्य कारिडोर के तहत विध्याचल में कुल 92 परिसंपत्तियां प्रभावित हो रही हैं। इनके कुल 60 मालिक हैं। अभी तक 25 लोगों ने कुछ शर्तों के साथ विध्यवासिनी कॉरिडोर के लिए सहमति दी है। पिछले सप्ताह प्रशासन द्वारा सभी को नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू की गई थी। इसमें सहमति और असहमति का कालम बना हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि कार्य शुरू करने से पहले कम से कम 80 फीसद लोगों की समहति हो जाएगी।