केंद्रीय मंत्री से गुहार लगाने के बाद भी नहर में पानी नहीं
लहंगपुर रजवाहा की हालत काफी दयनीय है, रजवाहा से जुड़े एक दर्जन से अधिक गांवों में ¨सचाई का संकट बना हुआ है। जीर्ण-शीर्ण हो चुकी इस रजवाहा का पानी खेत में जाने के बजाए नालों में बह जाता है। वही इस वर्ष रजवाहा में बरसात के बाद पानी आया ही नहीं।
जागरण संवाददाता, लालगंज (मीरजापुर) : लहंगपुर रजवाहा की हालत काफी दयनीय है, रजवाहा से जुड़े एक दर्जन से अधिक गांवों में ¨सचाई का संकट बना हुआ है। जीर्ण-शीर्ण हो चुकी इस रजवाहा का पानी खेत में जाने के बजाए नालों में बह जाता है। वही इस वर्ष रजवाहा में बरसात के बाद पानी आया ही नहीं। किसानों ने इस समस्या को लेकर जिलाधिकारी व स्थानीय सांसद केंद्रीय राज्यमंत्री को पत्रक देकर टेल तक पानी पहुंचाने की मांग किया गया लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिससे आक्रोशित किसान समाधान न होने पर सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी हैं।
सिरसी बांध प्रखंड के लहंगपुर रजवाहा की आलम यह है कि पूरी तरह से जर्जर अवस्था में पहुंच चुकी है। विगत कई वर्षो से इस रजवाहा के टेल तक पानी नहीं पहुंच पाया है। वर्तमान में नहर का स्वरुप गंदगी व मिट्टी से पट कर नामोनिशान गायब है। पूरी नहर क्षतिग्रस्त होने के कारण कभी नहर में पानी आया भी तो वह नालों में बहकर बर्बाद हो जाता है। खेत में पानी के लिए किसान बूंद-बूंद के लिए तरस रहे है। वही किसानों ने बताया कि इस वर्ष बरसात के बाद पानी नहर में नहीं आया। जिससे धान सूखने के कगार पर पहुंच गया है। राजापुर गांव निवासी किसान सेवालाल पटेल ने बताया कि गेंहू की बोआई पर भी संकट खड़ा है। इस संबध में विगत तीन अक्टूबर को संपूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी अनुराग पटेल को तथा पांच अक्टूबर को केंद्रीय राज्य मंत्री सांसद अनुप्रिया पटेल को क्षेत्रीय किसानों द्वारा पत्र दिया जा चुका है। जिसमे अधिशासी अभियंता को निर्देश किया गया था लेकिन आज तक विभाग ने किसानों की सुधि लेने की जहमत नहीं उठाई। जिससे आक्रोशित राजापुर, कलवारी, पांडेयपुर, कोल्हुआ, चितांग, मड़वा नेवादा, रेही, लहंगपुर, बामी, मेवड़ी, गंगहरा कला, गंगहरा खुर्द आदि गांवों के किसान सड़क पर उतरने की चेतावनी दी है।