भूत-प्रेत के चक्कर में चाचा की हत्या
जागरण संवाददाता चील्ह (मीरजापुर) पत्नी को भूत-प्रेत देने की आशंका में एक भतीजे ने सोते सम
जागरण संवाददाता, चील्ह (मीरजापुर) : पत्नी को भूत-प्रेत देने की आशंका में एक भतीजे ने सोते समय चाचा के सिर व गर्दन पर कुल्हाड़ी से कई वार कर हत्या कर दी। वारदात के बाद हत्यारोपित ने चेतगंज पुलिस चौकी पहुंचकर आत्मसमर्पण कर दिया। बड़े बेटे की तहरीर पर पुलिस ने आरोपित के खिलाफ हत्या का मुकदमा पंजीकृत कर उसे गिरफ्तार कर लिया। घटना चील्ह थाना क्षेत्र के पखवैया गांव की है।
पखवैया गांव निवासी पंकज उपाध्याय और उसके चाचा सभाकांत उपाध्याय (50) के बीच भूत-प्रेत को लेकर अक्सर विवाद होता रहता था। पकंज को आशंका थी कि चाचा उसकी पत्नी को भूत-प्रेत दे दिए हैं जिससे उसको लड़का पैदा नहीं हो रहा है। इसी बात तो लेकर दोनों के बीच कई बार मारपीट हो चुकी थी। पड़ोसियों से भी उसके अच्छे संबंध नहीं थे। वह नशे का आदी था। अक्सर लोगों से मारपीट करता था। मंगलवार की रात सभाकांत अपने छोटे बेटे कृष्णा 10 के साथ घर के बरामदे में सोए थे। भोर में लगभग साढ़े चार बजे भतीजा पंकज कुल्हाड़ी लेकर पहुंचा और उनके सिर व गर्दन पर कई वार कर दिए। वे गंभीर रूप से घायल हो गए। इसी बीच बगल में सो रहे छोटे बेटे कृष्णा की नींद खुल गई तो उसने कुल्हाड़ी पकड़ ली। चचेरे भाई को धक्का देते हुए शोर मचाने लगा। शोरगुल सुनकर आसपास के लोगों की भी नींद खुल गई। लोग पहुंचे तो देखा कि पंकज कुल्हाड़ी लिए खड़ा है। पड़ोसियों को आक्रोशित देख वह कुल्हाड़ी लेकर सीधे चेतगंज पुलिस चौकी पहुंचा और पुलिस को घटना की जानकारी देते हुए आत्मसमर्पण कर दिया। उधर अस्पताल में चिकित्सकों ने सभाकांत को मृत घोषित कर दिया। आरोपित की निशानेदही पर गांव में एक झाड़ी से कुल्हाड़ी बरामद कर ली गई। सुबह पहुंचे क्षेत्राधिकारी सदर डॉक्टर अरुण कुमार सिंह ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। मृतक सभाकांत के बड़े पुत्र नीतीश उपाध्याय की तहरीर पर आरोपित के विरुद्ध 302 के तहत मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया।
पहले लगाया गांजा का दम फिर की हत्या चील्ह : चाचा की हत्या करने से पहले आरोपित ने गांजा का दम लगाया। ग्रामीणों की मानें तो पंकज देर रात गांजा की तलाश में कुछ लोगों के यहां पहुंचा तो लोग हैरान हो गए। पूछने पर कुछ नहीं बताया। जब गांजा का दम लगा लिया तो बोला कि किसी को आज मारने वाला है। चार साल पहले मां का निधन, अब पिता की हत्या से टूटे बच्चे चील्ह : सभाकांत की मौत से उनके बच्चों के सिर पर दुखों का पहाड़ टूट गया। सभाकांत की पत्नी का चार साल पहले ही कैंसर की बीमारी से निधन हो गया था। पत्नी की मौत के बाद से वे बच्चों के लालन-पालन के लिए परेशान रहते थे। सभाकांत तीन भाइयों में सबसे छोटे थे। माता-पिता की मौत के बाद उनका पालन-पोषण करने वाला कोई नहीं है। पिता खेती-किसानी कर परिवार चलाते थे। सभाकांत की मां की बुढ़ापे की लाठी टूट गई। मां नैना देवी 85 उनके ही साथ रहती थीं।