बोरिग के बाद बिना मशीन ही फूटी जलधारा, लोग अचंभित
पहाड़ी क्षेत्र होने के साथ-साथ मड़िहान को पानी के लिए डार्क जोन भी माना जाता है। लेकिन राजापुर गांव के झरी पौधशाला पर एक बोर ने सबको अचंभित कर दिया है। जहां पाताल से जल की अविरल धारा 72 घंटे से लगातार निकल रही है। निर्मल जल को क्षेत्र के ग्रामीण जंगल के चरवाहे भी पीकर अपनी प्यास बुझा रहे हैं।
जासं, संवाददाता, मड़िहान (मीरजापुर) : पहाड़ी क्षेत्र होने के साथ-साथ मड़िहान को पानी के लिए डार्क जोन भी माना जाता है। बावजूद इसके राजापुर गांव के झरी पौधशाला पर एक बोर ने सबको अचंभित कर दिया, जहां पाताल से जल की अविरल धारा 72 घंटे से लगातार निकल रही है। निर्मल जल को क्षेत्रीय ग्रामीणों संग जंगल के चरवाहे पीकर प्यास बुझा रहे हैं। दरअसल, वन विभाग द्वारा औषधीय नर्सरी को हरा-भरा रखने के लिए बुधवार को बोरिग कराई गई थी। बोरिग कराने के दौरान श्रमिकों के द्वारा बाकायदे उसे ढंककर छोड़ दिया गया। जब सुबह हुई तो ढंके भाग के ऊपरी हिस्से से पानी की अविरल धारा गिरती हुई दिखाई दी तो लोग भी अचंभित हो गए। मौके पर वनकर्मी वहां पर पहुंच गए। हालांकि लोगों ने पहले तो इसे आम बात बताया लेकिन जब लगातार तीसरे दिन भी पानी निकलता रहा तो वन क्षेत्राधिकारी प्रदीप कुमार मिश्र भी इसे देखने से खुद को नहीं रोक पाए। 500 फीट की बोरिग से बिना मशीन के पानी पानी निकलना आश्चर्यजनक है। लोगों ने बताया कि यह किसी करिश्मे से कम नहीं है। पहाड़ी क्षेत्र में पानी निकलने से लोग गदगद हैं।