यात्रियों की जेब ढीली करने के साथ 2020 की शुरुआत
नववर्ष पर रेलवे के बढ़े किराए के बोझ से लोग अभी उबर नहीं पाए थे कि उत्तर प्रदेश रोडवेज ने भी यात्री किराए में बढ़ोत्तरी की घोषणा कर दी। इससे अब रोडवेज बसों का भी सफर महंगा हो गया। किराए में 10 पैसे से लेकर 22.11 पैसे प्रति किलोमीटर की दर से बढ़ोत्तरी की गई है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : नववर्ष पर रेलवे के बढ़े किराए के बोझ से लोग अभी उबर नहीं पाए थे कि उत्तर प्रदेश रोडवेज ने भी यात्री किराए में बढ़ोत्तरी की घोषणा कर दी। इससे अब रोडवेज बसों का भी सफर महंगा हो गया। किराए में 10 पैसे से लेकर 22.11 पैसे प्रति किलोमीटर की दर से बढ़ोत्तरी की गई है।
रोडवेज बस से सफर करने वाले यात्रियों के लिए 2020 की शुरूआत ही जेब ढीली करने वाला साबित हुआ। किराया बढ़ने की जानकारी होने पर लोगों में रोष व्याप्त है। परिवहन निगम की साधारण सेवा में यात्रियों से अब 105 पैसा प्रति किलोमीटर देना होगा। रोडवेज की एसी जनरथ थ्री बाई टू 133.35 पैसा प्रति किलोमीटर लिया जाएगा। एसी टू बाई टू जनरथ बस में 157.50 पैसा प्रति किलोमीटर यात्री से लिया जाएगा। वातानुकूलित स्लीपर सेवा में यात्री को 210.01 पैसा प्रति किलोमीटर देना होगा। इसके अलावा निगम की लग्जरी अनुबंधित हाई-एंड सेवा यानी वॉल्वो और स्कैनिया बस में 232.11 पैसा प्रति यात्री प्रति किलोमीटर की दर से देय होगा। आधी रात से यह दरें तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। फिलहाल इलेक्ट्रॉनिक टिकट मशीनों (ईटीएम) में बढ़े हुए किराए का अपडेट न होने के कारण अभी पुरानी दरों से किराया लिया जा रहा है। बोले लोग--
- कुछ-कुछ दिनों के अंतराल पर किराए में बढ़ोत्तरी करना आम बात हो गई है। इस महंगाई में यात्रा करना अब और भी महंगा हो गया है।
-श्याम रावत
- केंद्र सरकार के साथ ही प्रदेश की योगी सरकार ने बढ़ती महंगाई पर लगाम लगाने की बजाय आमजन के ऊपर और बोझ लादती जा रही है।
- आकाश यादव
- विभाग के घाटे को पूरा करने के लिए यात्री भाडे़ में वृद्धि करना आम बात हो गई है। रोडवेज को घाटे से उबारने के लिए अन्य विकल्पों के बारे में भी सरकार को सोचना चाहिए।
- मोहित पाल
- महंगाई से पहले से ही आम आदमी की कमर टूटी हुई है। ऊपर से अब यात्रा करना भी दूरूह होता जा रहा है।
- शिवम यादव
- यात्रा भाड़े को बढ़ाने के साथ ही यात्रियों की सुविधाओं पर भी विभाग को ध्यान देना चाहिए। आज भी रोडवेज में डग्गामार बसों की भरमार है।
- शनि शर्मा
- परिवहन विभाग को यात्रियों की सुविधा के लिए कम दूरी के रूटों पर भी बसों का संचालन कराया जाना चाहिए।
- रूपेश श्रीवास्तव