मनमानी कर रहे विध्यवासिनी धाम में तैनात सुरक्षाकर्मी
पंडा समाज व जिला प्रशासन के संयुक्त निर्देशों से मां विन्ध्यवासिनी मंदिर पर पंडा समाज से एक निश्चित संख्या में आरती पूजन करने की अनुमति दी गई है। साथ ही ड्यूटी पहचान पत्र भी जारी किया गया है। इसके बावजूद विगत दिनों कुछ लोगों ने मंदिर परिसर में अवैध रूप से पहुंचकर दर्शन किया।
जासं, विध्याचल (मीरजापुर) : पंडा समाज व जिला प्रशासन के संयुक्त निर्देशों से मां विन्ध्यवासिनी मंदिर पर पंडा समाज से एक निश्चित संख्या में आरती पूजन करने की अनुमति दी गई है। साथ ही ड्यूटी पहचान पत्र भी जारी किया गया है। इसके बावजूद विगत दिनों कुछ लोगों ने मंदिर परिसर में अवैध रूप से पहुंचकर दर्शन किया। ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी मूकदर्शक की भांति वहीं मौजूद रहे। रविवार की छोटी आरती के समय तो हद हो गई जब एक तीर्थपुरोहित तीन दर्शनार्थियों को लेकर मंदिर पहुंच गए व झांकी से दर्शन कराया। उस समय उपस्थित दारोगा झांकी के समीप बंधी रस्सी खोलकर उन लोगों का मार्ग प्रशस्त कराने लगे। एक और व्यक्ति जब प्रतिष्ठित व्यक्ति के साथ मंदिर की पुरानी वीआइपी मार्ग से पहुंचे। हालांकि वे मंदिर की सीढ़ी के नीचे ही रुक गए और एक तीर्थ पुरोहित और एक दारोगा जी को उनकी सेवा में लगा दिया। इस बात को लेकर स्थानीयों में काफी रोष है। लोगों का कहना है कि तीर्थ पुरोहितों को मंदिर परिसर पर चढ़ते ही पुलिस अपमानित कर मंदिर से चले जाने को कहती है। लोगों का मानना है कि ऐसे लोगों को चिन्हित कर दंडात्मक कार्रवाई की जाए।